10 क्युं क जखो माँगै ह बिनै मिलै। जखो ढुंढै बिनै लाधै। अर जखो खुड़कावै बि ताँई कुआड़ खोल्यो जावै।
जद थे माँगो हो, जणा थानै मिलै कोनी क्युं क थे बुरी इंछ्याऊँ माँगो हो, जिऊँ जोक्यु थानै मिलै बिनै थे थारी भोगबिलास म उडाद्यो।
आपा बानै दुख मुसीबत सेह्बा की बजेऊँई भागहाळा बोलां हां। अर थे अयुब क थ्यावस राखबा क बारां म तो सुण्योई हो अर थे आबी सुण्या हो क परबु बिनै बिको काँई फळ दिओ क्युं क परबु तरस अर दया करबाळो ह।
जणा ईसु चेलानै आ बताबा ताँई की बे रोजकी अरदास करता रेह्वै। अर हिमत नइ छोडीं एक मिसाल दिनी:
अर ज कोई मिनख तेरूँ क्युं माँगै जणा बिनै दिजे। अर ज कोई मिनख तेरूँ उधारो लेबो चावै जणा बिनै बी मना मत करजे।
क्युं क जखो माँगै, बिनै मिलै ह, जखो ढुंढै ह बिनै लाधै ह, जखो खुड़कावै ह बि ताँई खोल्यो जावै ह।
“अर इ ताँई म थारूँ बोलुँ हूँ, माँगो थानै मिलसी, ढुंढो थानै लाधसी, कुआड़ खुड़काओ जणा थारै ताँई खोल्यो जासी।
थारै मऊँ अंय्यां को बाप कूण ह जिको बेटो मछी माँगै जणा बिनै साँप पकड़ा दे?