11 ‘थारी नगरी की धूळ जखी म्हारै पगा क लागरी ह, बा म्हें थानै चेताबा ताँई थारै सामैई झाड़ां हां। पण कान खोलर सुणल्यो परमेसर को राज सांकड़ैई आग्यो ह।’
जणा पोलुस अर बरनाबास बानै चेताबा ताँई आपकै पगा की धूळ झाड़र बठैऊँ इकोनियुम चलेगा।
अर बि बठै का रोगलानै निरोगो कर बानै बोलो परमेसर को राज सांकड़ोई ह।
परमेसर को बेटो परमेसर की मेमा को उजाळो अर बिमै बिकोसोई सुभाव ह। बोई आपका बचना की सक्तिऊँ सरस्टि की सगळी चिजानै थाम राखी ह। बो मिनखा का पापनै धोर ईस्बर नगरी म सऊँ सक्तिसाली परमेसर क दायणै हात जार बेठगो।
जणा पोलुस अर बरनाबास हिमत कर बोल्या, “ओ जरूरी हो क परमेसर को बचन सऊँ पेली थानै सुणायो जावै पण थे इनै थारूँ दूर कर्या अर खुदनै अजर-अमर जीवन को भागी कोनी मान्या जणा इब म्हें गैर-यहूदिआ क कनै जावां हां।
इ ताँई चेता म रेह्वो अंय्यां नइ हो क जोक्यु परमेसर की खेबाळा बोल्या हीं बा थारै सागै नइ होवै। क्युं क परमेसर की खेबाळा की पोथी म मंडर्यो ह,
सुणो मेरा यहूदि भाईड़ो, अब्राहम की संतानो अर गैर-यहूदि परमेसर का भगतो! छुटकारा का अ बचन थारै कनैई पुग्या हीं।
अर कोई गाँव अर नगरी म थारी आवभगत नइ होवै जणा थे बि नगरी अर गाँवऊँ बारनै चल्या जाओ अर बाकै खिलाप बानै चेताबा ताँई थे थारै पगा की धूळ बी बठैई झाड़ दिज्यो।”
अर ज कोई थारो मान कोनी करै अर नइ थारी बाता सुणै जणा थे बि घर अर बि नगरीऊँ बारनै आर थारी पगा की धूळ झाड़ दिज्यो। अंय्यां कर थे बानै आ चेता दिज्यो क परमेसर बानै सजा देसी क्युं क बे बिकी बात कोनी सुणी।
पण परमेसर इजरायलीआ क बारां म बोल्यो ह: “म सगळा दिन मेरी नइ मानबाळा, अर बिरोद्या क आगै हात फेलाया राख्यो।”
पण सास्तर बोलै ह क, “बचन तेरै कनै ह, तेरा होठा प ह अर तेरा मन म ह।” इ बिस्वास का बचन को आपा हेलो पाड़ां हां।
अर आ खेर परचार कर्यो क, “थे थारा पापऊँ तौबा करो! क्युं क ईस्बर नगरी को राज सांकड़ै ह।”
अर बाकन जाओ अर हेलो पाड़ो क ‘ईस्बर नगरी को राज सांकड़ै आगो ह’
अर जि जठै थारी सुणाई कोनी होवैक जणा बठै का मिनखानै चेताबा ताँई थारा पगा की धूळ झाड़ दिज्यो।”
अर जि नगरी म थारी आवभगत कोनी होवै। जणा बठै का गळिआरा म जार बोलो,