1 इकै पाछै परबु, जि नगरी अर झघा जाबाळो हो बठै जाबाऊँ पेली बो ओर भत्तर मिनखानै टाळर आपकै अगाऊ बानै दो-दो कर बा नगर्या अर झघा म भेज्या।
अर बो आपकै अगाऊ दुत भेज्या जखा रेह्बा खाबा को सलिको देखबा सामरीया का एक गाँव म गया।
ओ मेरा छोरा यहून्ना तू परम-परधान परमेसर की खेबाळो खुवासी। क्युं क तू परबु को गेलो त्यार करबा ताँई बिकै आगै-आगै चालसी,
बो एलिआ जंय्यां की सक्ति अर आत्मा म परबु क आगै-आगै चालसी। बो बापा को मन बाका टाबरा कानि मोड़ देसी अर खयो नइ करबाळानै धारमिक्ता की बुदी कानि लेज्यासी अर मिनखानै परबु ताँई त्यार करसी।”
जणा बि खाली होईड़ीनै देखर ईसुनै बिपै तरस आयो अर बे बिऊँ बोल्या, “रोवै मना।”
जणा यहून्ना आपका दो चेलानै बुलार बानै ईसु कनै ओ बेरो पाड़बानै भेज्यो क, “थे कूण हो? कदै थे आबाळा बेई तो मसी कोनी हो नहिस फेर म्हें कोई ओरनै उडिकां?”