47 अर मेरी आत्मा मनै बचाबाळा परमेसर म राजी ह।
अंय्यां अरदास करबो चोखो ह, अर ओ आपानै बचाबाळा परमेसरनै भावै बी ह।
बे मालिक क घर म चोरी-चकारी नइ करीं, पण पूरी तर्या चोखा अर बिस्वास जोगा बण्या रेह्वै जिऊँ आपानै बचाबाळा परमेसर क बारां म जखो सीखायो गयो ह हर कोई बिको मान करै।
अर आपा जखी भागहाळी आस राखां हां बिकै पूरो होबानै उडिकां हां, जद आपणो म्हान परमेसर अर छुटकारो देबाळो ईसु मसी मेमा म परगट होसी।
म पोलुस, आपानै बचाबाळा परमेसर अर आपणी आस की निम मसी ईसु का हुकमऊँ मसी ईसु को भेजेड़ो चेलो बण्यो।
क्युं क थानै बचाबाळा मसी परबु को जलम आज दाऊद की नगरी म होगो ह।
परमेसर को बचन सई टेम प परचार कर परगट कर्यो गयो। बोई समचार मनै सूप्यो गयो हो, अर आपानै बचाबाळा परमेसर का हुकमऊँ म इको हेलो पाड़ूँ हूँ।