युसूफ बा बाता क बारां म सोचर्योई हो क परबु को ईस्बर नगरी दुत युसूफ क सपना म आर बोल्यो, “युसूफ! दाऊद का बेटा, तू मरीयमनै ब्यार ल्याबा म मना डर, क्युं क जखो बिकै पेट म ह बो मिनखऊँ कोनी पण पबितर आत्मा की सक्तिऊँ ह।
अर इब म खुद जिंदो कोनी हूँ, पण मसी मेरै म जीवै ह। अर ज म काया म जिंदो हूँ तो बस बि बिस्वासऊँ जिंदो हूँ जखो परमेसर का बेटा प ह, जखो मेरूँ परेम कर्यो अर मेरै ताँई खुदनै दे दिओ।
साचली तो आ ह क आपा सगळा बी बाकी जंय्यांई पेल्या बुरी इंछ्या गेल दिन काटर्या हा जखी काया अर मन की इंछ्या होती बिनैई करर्या हा। अर आ सगळा की जंय्यांई आपा बी परमेसर का परकोपनै भोगबा जोगा हा।