52 बे बिऊँ बोल्या, “इब तो पुक्ता होगो तेरै म ओपरी बलाय ह। अब्राहम अर परमेसर की खेबाळा मरग्या अर तू बोलै ह क, ‘जखो बी मेरी सीखनै मानसी बो कदैई कोनी मरै।’
पण आपा ईसुनै जखो ईस्बर नगरी दुताऊँ चिनोसोई कम बणायो गयो हो, इब बिनै मेमा अर मान को मुकट पेर्या देखां हां, क्युं क बो मोत की पिड़ा भोगी ह। जिऊँ क बो परमेसर की दयाऊँ सगळा मिनखा ताँई मोत भोगै।
दुसरका बे, बि मिनखनै बुलाया जखो जलमऊँ आँदो हो अर बिऊँ बोल्या, “तनै आँख्या मिली इ ताँई परमेसर की जे-जैकार कर! बि मिनख को नइ क्युं क म्हें जाणा हा बो मिनख पापी ह।”
बे ईसुऊँ बुज्या, “के म्हें सच कोनी बोलर्या क, तू एक सामरी ह अर तेरै मांयनै ओपरी बलाय ह?”
अ सगळा बिस्वास क सागैई मर्या। अर आ मिनखानै बे चिजा कोनी मिली जाको बादो कर्यो गयो हो पण अ बानै दूरऊँ देखर राजी होया। अर बे मान लिआ क बे इ जगत म अणजाण अर परदेसी ह।
म थारूँ सची बोलुँ हूँ, जखो बी मेरी सीखनै मानसी बो कदैई कोनी मरसी।”
बतिस्मो देबाळो यहून्ना आयो बो ओरा की जंय्यां नइ तो चोखो खातो हो अर नइ अँगूरी पीतो हो जणा बी लोग खया इकै मांयनै ओपरी बलाय ह।
यरूसलेमऊँ यहूदि अधिकारी जद याजका अर लेवीयानै यहून्ना कनै आ बुजबा भेज्या क, “तू कूण ह?”
भीड़ मऊँ उवाज आई, “तेरै म तो भूत-पलीत रळर्यो ह! तनै मारबा की फिराक म कूण ह?”
इपै यहूदि अधिकारी बोल्या, “कदै ओ खुदनै मारबा की बात तो कोनी करर्यो, क्युं क ओ बोलै ह क जठै बो जार्यो ह बठै म्हें कोनी जा सकां?”
थे बिनै कोनी जाण्या, पण म बिनै जाणू हूँ। अर ज म बोलतो क म बिनै कोनी जाणू, जणा म बी थारी जंय्यांई झूठो होतो। पण म बिनै जाणू हूँ, अर बिका खयानै मानू हूँ।
ईसु बिऊँ बोल्यो, “जखा मेरूँ परेम करी हीं, बे मेरा खयानै मानसी। परम-पिता बाऊँ परेम करसी अर म्हें आर बाकै सागै रेहस्यां।
जोक्यु बी म थानै बोल्यो हूँ बिनै ध्यान म राखज्यो, ‘दास आपका मालिकऊँ बडो कोनी होवै।’ ज मिनख मनै दिन घाल सकै ह, जणा थानै बी दिन घालसी, अर ज बे मेरी सुणै जणा थारी बी सुणसी।
इ जगत का मिनखा मऊँ जखा मिनख थे मनै दिआ, बानै म थारा नाम की सक्ति को ज्ञान करवायो। बे सगळा थाराई मिनख हा। थे बानै मनै दिआ अर बे तेरा खयानै मान्या।