16 अर ज म न्याय बी करूं, जणा बो सचो ह। क्युं क इनै करबाळो म एकलो कोनी हूँ, पण मेरै सागै मनै भेजबाळो पिता-परमेसर ह।
अर जखो मनै भेज्यो ह बो मेरै सागै ह। बो मनै ऐकलो कोनी छोडै, क्युं क म सदाई बोई करूं हूँ, जखो बिनै राजी करै ह।”
क्युं क एक दिन परमेसर पेल्याऊँ ते करेड़ा मिनख क हातऊँ जगत का मिनखा को सचाई क सागै न्याय करसी। इ बात को सबूत देबा ताँई परमेसर बिनै मरेड़ा मऊँ जीवायो।”
सुणो टेम आर्यो ह आर्यो के ह आगो जद थे सगळा तीनतेरा होज्यास्यो। थे सगळा मनै एकलो छोडर आप-आप क घरा चल्या जास्यो पण म एकलो कोनी हूँ मेरो परम-पिता मेरै सागै ह।
जणा म ईस्बर नगरीनै खुली देख्यो अर म बठै एक धोळो घोड़ो देख्यो, अर बिका सवारनै बिस्वास जोगा अर सच का नामाऊँ बुलायो जार्यो हो। बो सचाई क सागै न्याय अर युद करतो हो।