7 जगत थारूँ नफरत कोनी करै, पण मेरूँ करै ह, क्युं क म खेऊँ हूँ क, ‘तेरा करम बुरा हीं।’
बाको न्याय इ आधार प ह क ईस्बर नगरीऊँ च्यानणो धरती प आयो। पण बे च्यानणाऊँ बेत्ती अँधकारऊँ लगाव राख्या। क्युं क बाका करम बुरा हा।
जणा के म सच बोलबा की बजेऊँई थारो बेरी होगो?
बे झूठा परमेसर की खेबाळा इ दुनिया का हीं, अर इकै बारां मई बात करीं हीं अर आ दुनियाई बाकी बाता सुणै ह।
ओ कुकरमी मिनखो, के थे ओ कोनी जाणो क, इ दुनियादारीऊँ भाईलाचारी करबो परमेसरऊँ बेर राखबो ह ? इ ताँई जखो बी दुनियादारीऊँ भाईलाचारी करै ह बो खुदनै परमेसर को बेरी बणावै ह।
म थारी सीख बानै दिनी। पण ओ जगत बाऊँ नफरत करै ह क्युं क बे इ जगत का कोनी, जंय्यां म इ जगत को कोनी।
काया प मन लगाबो तो परमेसरऊँ बेर बांदबो ह, क्युं क आ नइ तो परमेसर का नियमा प चालै अर नइ कदै चाल सकै।
हाय ह थार प जाकी सगळा मिनख बडाई करीं हीं, क्युं क बाका बाप-दादा बी बा मिनखा क सागै अंय्यांई करता हा जखा खेता हा, म्हें परमेसर कानिऊँ बोलां हां पण बे सचमई परमेसर की खेबा की बजाय खुदकी खेता हा।