12 अर भीड़ बी बिकै बारां म कानाफुसी करबा लागरी ही। क्युंक बोलर्या हा क, “बो चोखो मिनख ह।” क्युंक बोलर्या हा, “नइ, बो तो मिनखानै भंगरावै ह।”
क्युंक फरिसी बोल्या, “जखो मिनख ओ कर्यो ह। बो परमेसर कानिऊँ कोनी हो सकै क्युं क बो अरामहाळा दिन को मान कोनी करै।” पण क्युंक दुसरा बोलबा लाग्या क, “एक पापी मिनख ओ चमत्कार कंय्यां दिखा सकै ह?” इ बात प बामै फूट पड़गी।
फरिसी बानै बोल्या, “थे बी बावळा बणगा के?
फरिसी जद ईसु क बारां म मिनखानै अ सगळी बाता ओलै-छानै करता सुण्या। जणा बे अर परधान याजक ईसुनै पकड़बा ताँई क्युंक मनदर का रूखाळानै भेज्या।
सक्यु बिना बड़बडाट क अर बिना जिदा-जादि क कर्या करो,
जदकी कोई धरमी ताँई बी पिराण देबानै त्यार कोनी होवै। पण काँई बेरो कोई धरमी मिनख ताँई मरबा की हिमत कर बी जा।
बो पबितर आत्मा अर बिस्वासऊँ भरेड़ो एक भलो मिनख हो। इकै पाछै ओर बोळा मिनख परमेसर प बिस्वास कर्या।
जणा बे बिनै जुबाब म बोल्या, “के तू बी तो गलिल को कोनी ह? सास्तरनै बाचर बेरो पाड़, परमेसर की खेबाळो गलिल म तो पैदा होबाऊँ रिह्यो।”
मिनख ईसु का इ चमत्कारनै देखर बोल्या, “सचमई ओ बोई परमेसर की खेबाळो ह, जखो जगत म आबाळो हो।”
यहूदिआ दिसावर म अरमतिया नगरी को रेह्बाळो युसूफ नाम को एक मिनख हो। जखो यहूदि पंचायत को सदस्य हो। पण बो सभा का दुसरा मिनखा की बाता म सामिल कोनी हो जिमै ईसुनै मारबा प हामी होई ही ओ धरमी अर लोगा म मान्यो-थान्यो हो। अर ओ परमेसर का राजनै उडिकर्यो हो।
अठै जोक्यु होयो बिनै देखर सुबेदार परमेसर की बडाई कर बोल्यो, “ओ पक्कोई धरमी मिनख हो।”
ईसु बिऊँ बोल्यो, “तू मनै चोखो क्युं बोलै ह? परमेसरनै छोडर कोईबी चोखो कोनी।
आ बातानै देख बे सगळा मिनख डरग्या अर ईस्बर को गुणगान गाबा लागगा। बे कह्या, “आपणै मांयनै एक बडो परमेसर की खेबाळो परगट होयो ह। परमेसर आपका मिनखानै बचाबा आयो ह।”
चोखो मिनख आपका चितऊँ चोखी बात काडै अर बुरो बुरीई चितै, मतबल ओ ह क जखो मांयनै होसी बोई बारनै आसी।
अर खया, “म्हराज, म्हानै याद ह जद बो धोकेबाज जीताजी हो जणा खेतो हो क मेरी मोत क पाछै म तीसरै दिन ओज्यु जिंदो होज्यास्युं।
जणा बे ईसुनै पकड़बा की कोसिस करी। पण मिनखाऊँ डरग्या क्युं क मिनख ईसुनै परमेसर की खेबाळो मानता हा।
इ ताँई चेलानै गरूजी क बराबर होबा म अर दासनै मालिक क बराबर होबा मई सबर राखबो चाए। अर जद बे मिनख घर का मालिकनैई बालजबुल खेवै ह जणा बिका घर का मिनखा क सागै तो ओर बी बुरो सलुक करसी!