6 जद ईसु बिनै बठै पड़्या देख्यो अर जाणगो क ओ मिनख बोळा लामा टेमऊँ इ दसा म ह। जणा बो मिनखऊँ बुज्यो, “तू निरोगो होबो चावै ह के?”
क्युं क आपणो म्हायाजक अंय्यां को कोनी जखो आपणी कमजोरीनै म्हेसुस कोनी कर सकै; क्युं क बिनै सगळी बाता म आपणी जंय्यां बिचास्यो गयो हो जणा बी बिमै कोई पाप कोनी लाध्यो।
“तू काँई चावै ह जखो म तेरै ताँई करूं?” बो बोल्यो, “परबु म ओज्यु देखबो चाऊँ।”
परमेसरऊँ क्युंई लुखेड़ो कोनी। बिकी नजर्या म हरेक चिजा खुली अर उघाड़ी पड़ी ह जिकै सामै आपानै लेखो देणो ह।
ईसु तीसरका पतरसऊँ बोल्यो, “यहून्ना का बेटा समोन, तू मेरूँ परेम करै ह के?” पतरस बोळो दुखी होयो क्युं क ईसु तीसरका बिऊँ आ बात बुजी ही, “तू मेरूँ परेम करै ह के?” जणा पतरस ईसुऊँ बोल्यो, “परबु थे तो सक्यु जाणो हो थे जाणो हो क म थारूँ परेम करूं हूँ।” ईसु बिऊँ बोल्यो, “मेरी लल्ड्यानै चरा।
बठै एक मिनख हो जखो अड़तीस बरसाऊँ अपाईज हो।
बो अपाईज बोल्यो, “स्याणो, मेरै कनै कोई कोनी जखो पाणी हालताई मनै इ जोह्ड़ी म उतार सकै। अर जद ताँई म खुद कोसिस करूं बिऊँ पेलीई कोई दुसरो इमै कूद पड़ै ह।”