3 अपाईज मिनखा की भीड़ की भीड़ जामै आँदा, लंगड़ा, भाळ भेयड़ा बठै बा टपर्या म पड़्या रेह्ता हा।
जणा ईसु बाऊँ कह्या, “जोक्यु थे सुण्या अर देख्या हो बो जार यहून्नानै खे द्यो क आँदा ओज्यु देखीं हीं, लंगड़ा चालीं हीं, कोढ्या को कोढ धोयो जार्यो ह अर बेरा सुणर्या हीं, मुरदानै जीवायो जार्यो ह अर गरीबा म चोखा समचार को परचार कर्यो जार्यो ह।
अर मिनखा की भीड़ बिकन भेळी होती जारी ही। कोई तो आपका लंगड़ा लुलानै, कोई आँदानै, कोई गुँगा-बोळानै, अर कई भात-भात का रोगलानै बिकन ल्यार बिकै पगा म गेरर्या हा अर बो बा सगळा रोगलानै निरोगो करो हो।
ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, परबु क ओज्यु आबा की घड़ीनै थ्यावसऊँ उडिको जंय्यां एक किसान जमीन की फसलनै जखी बि ताँई बोळो माईनो राखै ह, जोपबाळा दिनऊँ लेर जद ताँई बा पकर त्यार नइ होज्यावै बि दिन ताँई सरू का अर आखीर का मीनै थ्यावसऊँ लगातार उडिकतो रेह्वै।
पण ज आपा बि बात की आस करां जखी हाल ताँई पूरी कोनी होई जणा आपा बिनै थ्यावस राखर उडिकां हां।
सगळा सिरीया देस म बिकी चरचा फेलगी अर लोग सगळा रोगलानै जखा भात-भात का रोगाऊँ रोगला हा, जखा पिड़ा म पड़्या हा, फेंट होईड़ा, जामै दोरा आता हा अर हवा भेयड़ा मिनखानै बिकन ल्याया अर बो बा सगळानै निरोगो कर दिओ।
यरूसलेम म लल्डी फाटक क कनै एक जोह्ड़ी ह। जिनै इबरानी भासा म बेतसदाई खेवीं हीं, इकै च्यारूमेर पाच टपर्या ही।
(बे पाणी का हालबानै उडिकता हा, क्युं क बाको बिस्वास हो क टेम-टेम परमेसर आपका दुतनै पाणी हलाबा ताँई भेजतो हो। अर जद पाणी हालतो जणा जखो बी मिनख पेली बिकै मांयनै उतरतो बो निरोगो होज्यातो हो। चाए बिकै किसोई रोग क्युं नइ हो।)