41 अर ओर बी बोळा मिनख हा जखा ईसु का बचनानै सुणर बिपै बिस्वास कर्या।
पण जद पबितर आत्मा थानै मिलसी जणा थारै म परमेसर की सक्ति आज्यासी अर थे यरूसलेम, सगळा यहूदिआ, सामरीया का इलाका अर धरती का इ कूणाऊँ बि कूणा ताँई मेरा गुवा होस्यो।”
पण जद फलिपूस मिनखानै परमेसर का राज अर ईसु मसी का नाम को चोखो समचार सुणायो जणा बे बिकी बाता प बिस्वास कर्या अर सगळा मोट्यार लूगाई बतिस्मो लिओ।
जणा पाछै बे आपकी गुवाई देर अर परमेसर को बचन सुणार यरूसलेम हाळा गेला म सामरीया का कई गाँवा म ईसु को उपदेस सुणाता ओटा यरूसलेम पुगग्या।
परमेसर की आत्मा तो जीवन देवै ह, पण मिनख की ताकत ख्याई काम की कोनी। जखी बात म थारूँ खई ह, बे परमेसर की आत्माऊँ ह अर जीवन देवै ह।
परमेसरऊँ क्युंई लुखेड़ो कोनी। बिकी नजर्या म हरेक चिजा खुली अर उघाड़ी पड़ी ह जिकै सामै आपानै लेखो देणो ह।
जणा बिस्वासी मंडळी बानै थोड़ी घणी दूर छोडर गई अर बे फिनीके अर सामरीया क गेला, गैर-यहूदि कंय्यांसिक मन बदल्यो आ बात बिस्वासी भायानै बताता गया, जिनै सुणर सगळा बोळा राजी होया।
मनदर का पेरेदार बोल्या, “बि जंय्यां की बाता आज ताँई कोई कोनी करी!”
बे बिका बचनाऊँ ताजूब करर्या हा क्युं क बो अधिकार क सागै सीख देतो हो।
अर जद सामरी आर बिऊँ हात जोड़र बोल्या क बो बाकै सागै रेह्वै, जणा बो दो दिन ताँई बाकै सागै रिह्यो।
जणा बे मिनख बि लूगाईऊँ बोल्या, “तेरै खेबा की बजेऊँई म्हें बिपै बिस्वास कोनी कर्या, पण म्हें खुद इनै सुणर जाणगा हां क, जगत का मिनखानै बचाबाळो सचमई ओई ह।”