21 ईसु बिऊँ बोल्यो, “स्याणी, मेरो बिस्वास कर, बो टेम आर्यो ह जद मिनख नइ तो परम-पिता की भगती इ डूँगर प अर नइ यरूसलेम म करसी।
जणा इब म चाऊँ हूँ क, हर कठै मोट्यार बिना झाळ भर्या अर बिना मनमुटाव कर्या, खुदका पबितर हातानै जो'ड़र अरदास करै।
मसी की बजेऊँई आपा सगळा एकई पबितर आत्माऊँ परम-पिता क सामै पुग्या हां।
पण बो टेम आर्यो ह, आर्यो के ह आग्यो, जद भगत आत्माऊँ परम-पिता की सची भगती करसी , जखी भगती बो चावै ह।
क्युं क जठै दो नहिस तीन मेरै नामनै लेबा ताँई भेळा होसी जणा म बठै बाकै सागै होस्युं।”
भाईड़ो इ ताँई म परमेसर क आगै जखो ईस्बर नगरी अर धरती उपर का सगळा कूणबा को परम-पिता ह थारै ताँई बिऊँ अरदास करूं हूँ क,
सुणो टेम आर्यो ह आर्यो के ह आगो जद थे सगळा तीनतेरा होज्यास्यो। थे सगळा मनै एकलो छोडर आप-आप क घरा चल्या जास्यो पण म एकलो कोनी हूँ मेरो परम-पिता मेरै सागै ह।
थे अरदास करबाळी झघाऊँ काड्या जास्यो अर बो टेम आसी जद थानै मारबाळा सोचसी क थानै मार'र बे परमेसर की सेवा करीं हीं।
“इपै ताजूब मना करो क्युं क टेम आर्यो ह, जद बे सगळा जखा कबरा म हीं बे बिका बचननै सुणसी,
थे बिनै, “परम-पिता” खेर हेलो द्यो हो, इकै वावजुद बी बो थारा कामा को दोगलापुणाऊँ न्याय कोनी करै। क्युं क बिकी नजर्या म सगळा मिनख बराबर ह अर बो सगळा को न्याय बाकै करमा गेल करै ह। जणा थे थारा इ जीवन म बिकै खया प चालो क्युं क थे इ धरती प परदेसी की जंय्यां हो।
म्हें इनै आ खेता सुण्या हा क नासरत को ईसु इ मनदरनै ढाह देसी अर मूसा का दियड़ा रिती-रिवाजानै बदल देसी।”
ईसु बिऊँ बोल्यो, “सच, जीवन अर गेलो मई हूँ। मेरै बिना कोई परम-पिता कनै कोनी जा सकै।”
म थारूँ सची बोलुँ हूँ, बो टेम आर्यो ह, आर्यो के ह बो टेम आगो, जद मरेड़ा परमेसर का बेटा की उवाज सुणसी अर जखा बी बिकी सुणसी बे जिज्यासी।
मिनख तलवाराऊँ काट्या जासी अर बाकी सगळा दुसरा देसा का केदि होसी। अर जद ताँई परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनखा को टेम पूरो कोनी होसी बे यरूसलेमनै पगा तळै मसळींगा।
इ ताँई थे जाओ अर धरती का सगळा कूणबा का मिनखानै मेरा चेला बणाओ अर परम-पिता, बेटा अर पबितर आत्मा क नाम म बतिस्मो द्यो।
नगरी म मनै मनदर दिख्योई कोनी क्युं क सऊँ सक्तिसाली परबु परमेसर अर उन्योई बिका मनदर हा।