30 आ जरूरी ह क मिनखा म ईसु को मान बढै अर मेरो घटै।
इ काया रूपी बिस्वासी मंडळी को सीर अर जीवन की सरूआत बोई ह। अर मरेड़ा मऊँ जी उठबाळा म पेलीपोत को बोई ह, इ बजेऊँ सगळी बाता म पेली झघा बिनैई मिलै।
जणा थेई बताओ अपुलोस कूण ह अर पोलुस कूण ह? म्हें तो परमेसर का मामुलीसा सेवक हा जाकी बजेऊँ थे बिस्वास म आया। म्हारै मऊँ हरेक जणो बो काम करै ह जखो परमेसर म्हानै करबा ताँई दिओ ह।
सातुओ ईस्बर नगरी दुत जद तूताड़ी फूंकी जणा ईस्बर नगरीऊँ जोरको हेलो आयो, “इब इ धरती प परबु अर बिका मसी को राज ह, अर बो जुग-जुग ताँई राज करसी।”
बिंद बोई ह जिकै बिनणी ह। पण बिंद को भाईलो जखो खड़्यो होर बिकी सुणै ह, बो जद बिंद बोलै जणा बिकी उवाज सुणर राजी होज्यावै ह। ठिक बंय्यांई म बी राजी होयो।
“जखो उपरऊँ आवै ह, बो सऊँ बढर ह। जखो मिनख धरतीऊँ आवै बो धरती को ह अर बो धरती की बाता करै ह। पण जखो ईस्बर नगरीऊँ आवै बो सऊँ उपर ह।