21 पण जखा खराई प चालै ह, बे च्यानणा म आवै ह। जिऊँ ओ सामै आ सकै, क जोक्यु परमेसर चातो हो बोई बे कर्या।”
अर ज आपा खेवां क आपा बिकै सागै चालां हां, पण हाल बी पाप का अँधकार को जीवन जीवां जणा आपा झूठ बोलां हां अर सचनै कोनी माना।
मेरा लाडला, तू तो बुराई क गेलै नइ पण भलाई क गेलै चालजे। क्युं क जखो बी मिनख भलाई करै ह, बो परमेसर को ह। अर जखो बुराई करै ह बो परमेसरनै कोनी जाणै।
क्युं क बो परमेसरई ह जखो थारै म काम करै ह, अर बोई थानै बिका मकसदनै पूरो करबा की इंछ्या अर सक्ति देवै ह।
क्युं क जखो काया की बुरी इंछ्या ताँई बोवै ह बो आपकी काया की बजेऊँ नास होबाळी फसल काटसी। पण जखो पबितर आत्मा ताँई बोवै ह बो पबितर आत्मा की बजेऊँ अजर-अमर जीवन की फसल काटसी।
थे सच का गेला प चाल्या जणा थारा पाप सुद कर दिआ गया, जणा इब थानै चाए क एक दुसराऊँ भाईचारो राखो अर एक दुसराऊँ खरा हिया क सागै डूँगो परेम राखो।
इ ताँई तो म, मेर म दम क सागै काम करबाळी बिकी सक्तिऊँ कड़ी मेनत करर्यो हूँ।
धारमिक्ता का चोखा लखणाऊँ थारो जीवन भरज्यावै, जखो परमेसर की मेमा अर जे-जैकार ताँई ईसु मसीऊँ मिलै ह।
थे पबितर सास्तर का आंक बाचो हो, क्युं क थे सोचो हो क आ आंका म थानै अजर-अमर जीवन मिलसी। पण अ आंक बी मेरै बारां मई मांडेड़ा हीं।
ईसु नतनएलनै आपकै कनै आतो देखर बोल्यो, “देखो, ओ सचमई इजरायली ह, जिमै क्युंई कपट कोनी।”
म्हानै गुमान ह क म्हें साप अन्तर-आत्माऊँ आ खे सकां हां, क म्हें इ दुनिया का मिनखा क सागै अर खासकर थारै सागै परमेसर की खराई अर ईमानदारीऊँ रिह्या हां। अंय्यां म्हें परमेसरऊँ मिलबाळी दयाऊँ कर्या हां, दुनियादारीऊँ मिलबाळी बुदीऊँ नइ।
अर आज म जोक्यु बी हूँ परमेसर की दयाऊँ हूँ, अर बिकी दया मेर ताँई बेकार कोनी गई म दुसरा भेजेड़ा चेलाऊँ बढचढ'र मेनत करी ह। पण आ मेरी काबलीयत कोनी आ तो परमेसर की दया ह।
म तेरा कामानै जाणू हूँ, अर ओ बी जाणू हूँ क तू नइ तो सीळो अर नइ गरम। म चाऊँ हूँ क, तू आमैऊँ एक तो होतो।
जखो बुराई करै ह, बो च्यानणाऊँ नफरत राखै ह। अर च्यानणा म कोनी आवै, क्युं क बो डरै ह क बिका करम चोड़ा म नइ आज्यावै।
ज कोई मिनख बिकी इंछ्या पूरी करबा ताँई राजी ह। जणा बो जाण ज्यासी क आ सीख मेरै कानिऊँ ह क परमेसर कानिऊँ।