12 थे जद इ धरती की बाता पई बिस्वास कोनी करो जखी म थानै बताऊँ हूँ। जणा पाछै ज म थानै ईस्बर नगरी की बाता बताऊँ, थे बापै कंय्यां बिस्वास करस्यो?
आकै बारां म खेबा ताँई म्हारै कनै बोळी बाता हीं, पण थानै समजाबो दोरो ह क्युं क थे सुणबा म कचा हो।
भाळ जठै चावै बठै भेवै ह, जिकी उवाज थे सुणो हो, पण थे आ कोनी जाणो क बा कठैऊँ आवै अर कठै जावै ह। पबितर आत्माऊँ जलम लेबाळो हरेक मिनख इकी जंय्यांई ह।”
ईसु बोल्यो, “म थारूँ सची-सची बोलुँ हूँ, पबितर आत्मा अर पाणीऊँ जलम्या बिना कोईबी मिनख परमेसर का राज म कोनी बड़ सकै।
सचो परेम इमै कोनी क आपा परमेसरऊँ परेम करां हां पण इमै ह क परमेसर आपणाऊँ परेम कर्यो अर आपका बेटानै आपणा पाप ताँई बलिदान होबानै भेज दिओ।
कोई कोनी नट सकै क, भगती को भेद कंय्यां को म्हान ह, बो जखो मिनख जूण म परगट होयो, पबितर आत्मा जिनै धरमी बतायो, अर ईस्बर नगरी दुत जिनै देख्या, देस-देस म बिको परचार कर्यो गयो, जगत म बिपै बिस्वास कर्यो गयो, अर ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो।
ईसु जुबाब दिओ, “म तेरूँ सची बोलुँ हूँ जद ताँई कोई मिनख ओज्यु नइ जलमै जद ताँई बो परमेसर का राजनै कोनी देख सकै।”
म तनै सची बोलुँ हूँ, म्हें जोक्यु जाणा बो बोलां हां, अर जोक्यु देखां बिकी गुवाई देवां हां, इकै बावजुद बी थे म्हारी बातानै कोनी मानो।