8 जणा दुसरा चेला बिकै गेल मछ्याऊँ भरेड़ो जाळ खिंचर न्यावऊँ किनारा प ले आया क्युं क बे किनारैऊँ कोई सोएक गज दूर हा।
जणा पाछै लाडलो चेलो पतरसऊँ बोल्यो, “अ तो परबुई ह।” आ सुणताई क, “अ तो परबुई ह,” बो कोई परवा करै बिनाई लंगोट प बारलो गाबो लपेटर पाणी म कुदगो जिऊँ तावळोसो किनारा प पुग सकै।
किनारा प आताई बानै सिलगता कोयला की आग दिखी जापै मछी सिकरी ही अर रोटी बी पड़ी ही।
बाकन थोड़ीसिक मछी बी ही ईसु बानै बी लिओ अर परमेसरनै धनेवाद देर चेलानै दिओ अर चेला मिनखानै देता गया।