9 बे हाल बी सास्तर का आंकनै कोनी समज्या क, “बो मरेड़ा मऊँ पक्कोई जी उठसी।”
अर बिनै कबर म धर दिओ गयो पण सास्तर म मांडेड़ो ह क बो तिजै दिन जी उठ्यो।
काँई मसी ताँई ओ जरूरी कोनी हो क बो आ दुख-तकलिफानै भोगै अर आपकी मेमा धारण करै?”
ईसु बाऊँ बोल्यो, “थे गळत हो। थे नइ तो सास्तरानै जाणो अर नइ परमेसर की सक्तिनै।
अर जद बो मरेड़ा मऊँ जी उठ्यो जणा बिका चेलानै याद आयो क इकै बारां म बो बानै बोल्यो हो। अर बे धरमसास्तर प अर ईसु जखो बोल्यो हो बिपै बिस्वास कर्या।
पण अ बाता बाकै पलै कोनी पड़ी। अर अ बाता बाऊँ लुखायड़ी ही जणा बे कोनी जाण सक्या। अर बे आ बातानै बुजबाऊँ डरता हा।
पण परमेसर बिनै मोतऊँ ओज्यु जीवा दिओ क्युं क आ होय कोनी सकै ही क मोत बिकै जेवड़ो घाल्या राखती।
अर धरमसास्तर को बखान कर आ साबित कर्यो क दुख भोगबो अर मरेड़ा मऊँ जिंदो होबो मसी ताँई जरूरी हो। सागैई बो आ बी बोल्यो क, “ईसुई छुटकारो देबाळो राजा ह। जिकी बाता म थानै बताऊँ हूँ।”