16 ईसु बिऊँ बोल्यो, “मरीयम।” बा गेलनै घूमी अर इबरानी भासा म बोली, “रब्बूनी,” जिको मतबल “गरूजी ह।”
दरूजा प पेरोदेबाळो बि ताँई दरवाजो खोलै ह, बो हरेक लल्डीनै नाम लेर बुलावै अर लल्ड्या बिकी बोली पिछाणै ह। बो बानै बारनै लेज्यावै ह।
ईसु गेलनै मुड़र बानै आपकै गेल आतो देखर बाऊँ बुज्यो, “काँई बात ह?” बे बोल्या, “ओ गरूजी, थे कठै रेह्वो हो?”
जणा एक दिन बिनै दिन का तीन बजै दरसाव होयो क परमेसर को एक ईस्बर नगरी दुत बिकन आर बिऊँ बोल्यो, “ओ कुरनेलियुस!”
अर जि बजेऊँ बो धरती प पड़ग्यो। बिका काना म उवाज आई, “ओ साऊल, ओ साऊल तू मनै क्याले दिन घालै ह?”
अर जद बे बिनै झिल क परली पार देख्या, जणा बिऊँ बोल्या, “गरूजी, थे अठै कद आया?”
जणा जुबाब म थोमा बोल्यो, “ओ मेरा परबु, ओ मेरा परमेसर।”
थे मनै गरूजी अर परबु बोलो हो, आ बात सई ह, क्युं क म हूँ।
आ बोलर मारथा आपकै घरा पाछी जार आपकी भाण मरीयमनै छानैसीक बुलार बोली, “गरूजी अठैई ह, अर बो तेरै बारां म बुजर्यो हो।”
यरूसलेम म लल्डी फाटक क कनै एक जोह्ड़ी ह। जिनै इबरानी भासा म बेतसदाई खेवीं हीं, इकै च्यारूमेर पाच टपर्या ही।
एक रात बो ईसु कनै गयो अर बिऊँ बोल्यो, “गरूजी, म्हें जाणा हां क म्हानै सीखाबा ताँई परमेसर तनै भेज्यो ह। अर ज परमेसर थारै सागै नइ होतो तो थे चमत्कार कोनी कर सका हा।”
नतनएल बिऊँ बोल्यो, “गरूजी थे परमेसर का बेटा हो, थे इजरायल का राजा हो।”
जणा परबु बोल्यो, “मारथा सुण तू बोळी बातानै सोचै ह अर बाकी चिंत्या करै ह।
ईसु तावळोसो बाऊँ बोल्यो, “हिमत राखो म हूँ! थे मना डरो।”
ईसु बिनै बोल्यो, “तू के चावै ह क म तेरै ताँई करूं?” बो आँदो मिनख बोल्यो, “ओ गरूजी म देखबो चाऊँ हूँ।”