6 बिधी-बिधान गेल न्हाबा-धोबा ताँई यहूदि मिनखा की एक रीत ही, जि ताँई बठै भाठा की छ बडी-बडी झाल म्हेलेड़ी ही। बा हरेक म करीब सो लिटर पाणी नावड़तो हो।
सुद होबा का रिवाजा क बारां म यहून्ना का क्युंक चेला एक यहूदि अधिकारीऊँ जिरै करर्या हा।
क्युं क अ नियम तो बारला हीं जखा खाबा-पीबा अर भात-भात का सुद होबा का रिती-रिवाज ह अर अ जद ताँई रेह्सी जद ताँई नयो सिरो लागू नइ होज्यावै।
जिऊँ बिस्वासी मंडळीनै मसी परमेसर का बचना अर पाणी का बतिस्माऊँ धोर पबितर अर उजळी बणावै,
जणा आओ, आपा सचा हिया अर पूरा बिस्वास क सागै मन का बुरा बिचारानै छिड़कावऊँ सुद करवार कायानै पबितर पाणीऊँ धुलवार परमेसर क कनै चालां।
क्युं क मूसा नेम-कायदा का सगळा हुकमानै मिनखानै सुणाबा क पाछै बकरा अर बछड़ा को लोय पाणी म मिलार लाल ऊन अर जूफा की डाळ्याऊँ बा सगळा मिनखा प अर बि पोथी प छिड़क दिओ।
सुद होबा का रिती-रिवाजा की सीख, सीर प हात धरबो, मरेड़ा को ओज्यु जिबो अर आखरी न्याय।
जणा बो बोल्यो, ‘मुनिम जी मेर प तो साऊकार का सो पिपा तेल मंडर्या हीं।’ जणा बो मुनिम बोल्यो, ‘आ ले बही अर तावळोसो इनै पचास पिपा करदे।’
ईसु नोकर-चाकराऊँ बोल्यो, “आ झालानै पाणीऊँ भरद्यो।” जणा बे बाकै पोळ लगा दिनी।