1 आ अरदास कर ईसु आपका चेला क सागै कीद्रोन घाटी क परली पार एक बाग म गयो।
इकै पाछै बे गतसमनी नाम की झघा गया अर बठै ईसु आपका चेलानै बोल्यो, “थे अठैई बेठ्या रिह्यो जद ताँई म अरदास करूं।”
इकै पाछै चेला ईसु क सागै गतसमनी नाम की झघा गया अर बठै ईसु आपका चेलानै बोल्यो, “म बठै जार अरदास करूं थे अठैई बेठ्या रेहज्यो।”
म्हायाजक को एक दास जखो बि मिनख को रिस्तेदार हो जिको पतरस कान काट्यो हो। बिऊँ बोल्यो, “के म तनै बिकै सागै बाग म कोनी देख्यो?”
जद बो आसी जणा इ जगत का मिनख जाणसी क म परम-पिताऊँ परेम राखूँ हूँ, अर बे सगळी बाता करूं हूँ, जखी करबा ताँई बो मनै हुकम दिओ ह। “आओ ल्यो आपा अठैऊँ चालां।
इकै पाछै बे एक गीत गार जेतून का डूँगर प चलेग्या।
बो म्हारै कनै आर पोलुस को कमर बांदबा को पट्टो लेर बिऊँ आपका हात पगानै बांद लिओ अर खेबा लाग्यो, “जिको ओ कमर पट्टो ह बिनै यरूसलेम म यहूदि मिनख अंय्यांई बांदसी अर बिनै परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनखा क हाता म सूपसी आ बात मनै पबितर आत्मा बतावै ह।”
थे उठो अर देखो मनै पकड़ाबाळो अठैई ह।”