9 “म बा ताँई अरदास करूं हूँ। म जगत ताँई अरदास कोनी करर्यो पण म तो बा ताँई अरदास करूं जानै थे मनै दिआ हो क्युं क बे थारा हीं।
क्युं क मसी बि पबितर झघा म कोनी गयो जखी हातऊँ बणाएड़ी अर असली परमेसर का पबितर तम्मू की नकल ह पण बो तो ईस्बर नगरी मई गयो, जिऊँ क बो आपणै कानिऊँ परमेसर क सामै बिचोली करै।
थे बिनै सगळा मिनखा प अधिकार दिओ ह जिऊँ बो बा मिनखानै अजर-अमर जीवन देवै जानै थे टाळ्या हो।
इ जगत का मिनखा मऊँ जखा मिनख थे मनै दिआ, बानै म थारा नाम की सक्ति को ज्ञान करवायो। बे सगळा थाराई मिनख हा। थे बानै मनै दिआ अर बे तेरा खयानै मान्या।
“म बा खातरई अरदास कोनी करूं पण बा ताँई बी कर्यो हूँ, जखा बाकी सीख की बजेऊँ मेर प बिस्वास करसी।
पण म तेरै ताँई परमेसरऊँ अरदास करी ह की तेरो बिस्वास बण्यो रेह्वै अर जद तू पाछो जीवन का गेला प आवै जणा तेरा भाई-भाणानै बिस्वास म पक्को करजे।”
आपा आबी जाणा हां क, सगळा जगत का मिनख सेतान क बस म ह, पण आपा परमेसर का हां।
म थारै ताँई परम-पिताऊँ एक मददगार की माँग करस्युं, जखो सदाई थारै सागै रेह्सी।
अर जिको बी नाम जीवन की पोथी म मांडेड़ो कोनी मिल्यो बिनै बी इ आग का कूंड म गेर दिओ गयो।
जखा मिनखा को नाम बि उन्या की जीवन हाळी पोथी म कोनी मांडेड़ो बे सगळा मिनख इ डरावना जानबरनै धोकसी। ओ उन्यो जखो इ सरस्टि की सरूआतऊँई बलि होबा ताँई ते कर्यो गयो हो।
अर बिकै जरिए जखो बी परमेसर क कनै जावै ह, बाको बो पूरो-पूरो छुटकारो कर सकै ह। क्युं क बो बाकै ताँई अरदास करबा ताँई सदाई जिंदो ह।
अर बि बडासारा अजगरनै धरती प फेक दिओ गयो, ओ बोई पुराणो बडो नाग ह जिनै दानव, सेतान बोल्यो गयो ह। ओ सगळा जगत का मिनखानै भंगरावै ह। बो आपका दुता क सागै धरती प फेक दिओ गयो।
सूल्डानै चराबाळा जोक्यु होयो हो बिनै देखर बठैऊँ भागर नगरी अर बिकै सारली ढाणी-ढ़फाण्या म खे सुणायो।
इपै ईसु बोल्यो, “परम-पिता आनै माफ कर द्यो क्युं क आनै कोनी बेरो क अ काँई कर्या हीं।” अर बे सिपाईड़ा पासो फेकर बिका गाबानै आपसरी म बाट लिआ।
जोक्यु परम-पिता मनै देवै ह, बो मेरै कनै आसी अर म बिऊँ मुंडो कोनी फेरूं।
अर जखो मनै भेज्यो ह, बिकी इंछ्या आ ह क जोक्यु बो मनै दिओ ह बिमैऊँ क्युंई नइ खोऊँ। पण आखरी दिन म बानै जीवाऊँ।