5 अर इब, ओ परम-पिताजी, सरस्टि की सरूआतऊँ पेली आपा जखी मेमा म हा, बि मेमा म मनै लेज्याओ।
बिनै इ सरस्टि की रचना होबा क पेल्याई टाळ लिओ गयो हो, पण थारा भला ताँई आ आखरी दिना म बिनै परगट कर्यो गयो।
म अर मेरो परम-पिता एकई हां।”
बो परमेसर का सुभाव म होर बी परमेसर क बराबर होबा को हक कोनी जतायो।
अर बो अंय्यां बी खेवै ह क, “ओ परबु, सरूआत मई थे इ सरस्टि की निम धरी, अर आ ईस्बर नगरी बी थारा हाता की कारिगरी ह।
परमेसर को बेटो परमेसर की मेमा को उजाळो अर बिमै बिकोसोई सुभाव ह। बोई आपका बचना की सक्तिऊँ सरस्टि की सगळी चिजानै थाम राखी ह। बो मिनखा का पापनै धोर ईस्बर नगरी म सऊँ सक्तिसाली परमेसर क दायणै हात जार बेठगो।
ओ परम-पिताजी, जखा मिनख थे मनै सूप्या हो म चाऊँ हूँ क बे बी बठै मेरै सागै होवीं जठै म हूँ, जिऊँ क बे बि मेमानै देख सकीं जखी थे मनै दिआ हो, क्युं क इ सरस्टिनै रचबाऊँ पेली थे मेरूँ परेम कर्यो।
ईसु बोल्यो, “म थारूँ सची खेऊँ हूँ, अब्राहम क जलम्बाऊँ पेली, म हूँ।”
परमेसरनै कदैई कोई कोनी देख्यो। पण परमेसर को इकलोतो बेटो जखो परमेसर की छाती तळै ह, अर बो परमेसरई ह। बोई परमेसरनै परगट कर्यो।
ईसु बोल्यो, “मनै कितना दिन तो होगा थारै सागै रेह्ता पाछै बी फलिपूस तू हाल ताँई कोनी जाण सक्यो क, म कूण हूँ? जखो बी मनै देख्यो ह बो बापनै बी देख्यो ह अर तू बोलै ह क, म्हानै बाप का दरसण करा दे।
जणा बो राजा आपकै दाया कानि खड़्या मिनखाऊँ बोलसी, ‘मेरा परम-पिताऊँ आसिरबाद लियड़ा मिनखो थे आओ अर बा आसिरबादानै लेल्यो जखा इ सरस्टि की सरूआतऊँ थारै ताँई ह।
बो जखो ईस्बर नगरीऊँ उतर्यो बि मिनख का बेटा क अलावा कोई ईस्बर नगरी म कोनी चढ्यो।
जखो जीतै ह, बिनै म मेरै दाया नाकै मेरा सिंघासन प बिठास्युं। जंय्यां म जित्यो अर मेरा परम-पिता क सागै बिका सिंघासन प बेठ्यो।
जखा मिनखा को नाम बि उन्या की जीवन हाळी पोथी म कोनी मांडेड़ो बे सगळा मिनख इ डरावना जानबरनै धोकसी। ओ उन्यो जखो इ सरस्टि की सरूआतऊँई बलि होबा ताँई ते कर्यो गयो हो।
अ सगळी बाता बोलर ईसु आसमान कानि देखर बोल्या, “ओ परम-पिताजी, बा घड़ी आगी ह, तेरा बेटानै मेमा द्यो जिऊँ थारो बेटो थारी मेमा कर सकै।
जोक्यु मसी कर्यो बिकी बजेऊँ थे परमेसर प बिस्वास करो हो। परमेसर जखो बिनै मरेड़ा मऊँ जीवायो अर मेमा दि, इ बजेऊँई थे परमेसर म आस अर बिस्वास राखो हो।