16 “क्युंक देर पाछै थे मनै कोनी देखस्यो। अर इकै क्युंक देर पाछै थे मनै ओज्यु देखस्यो।”
ईसु बोल्यो, “म थोड़ी-घणी टेम ताँई ओर थारै सागै हूँ। इकै पाछै म मेरै भेजबाळा क कनै चल्यो ज्यास्युं।
बिकै सुळी प दुख भोगर मरबा क पाछै, बो बोळा पुक्ता सबूत देर खुदनै मरेड़ा मऊँ जिंदो साबित कर्यो, अर बो चाळिस दिना ताँई बानै दिखतो रिह्यो अर बाऊँ परमेसर का राज क बारां म बतळातो रिह्यो।
म परम-पिता कानिऊँई इ जगत म आयो। इब म इ जगतनै छोडर परम-पिता कनै जार्यो हूँ।”
ठिक बंय्यांई थे सगळा बी दुखी हो पण म थारूँ ओज्यु मिलस्युं जणा थारा हिया राजी होसी अर थारी खुसी थारूँ कोई कोनी खोससी।
आओ ल्यो आपा आपणी आँख्या ईसु प लगावां। जखो बिस्वास को मालिक अर बिनै निधान करबाळो ह। बो आगला सुक क बारां म सोचतो होयो बेजती होबा की चिंत्या कर्या बिना सुळी प दुख भोग्यो अर परमेसर क सिंघासन क दायणै जार बिराजगो।
ईसु जाणतो हो क परम-पिता बिकै हाता म सक्यु सूप दिओ ह। अर बो परमेसर क कनैऊँ आयो अर बिकनई पाछो जार्यो ह।
“इब बा घड़ी आगी ह, जद म मेरा भेजबाळा क कनै जार्यो हूँ, अर थे कोईबी मना बुजो क म कठै जार्यो हूँ।
“मेरा टाबरो म क्युंक टेम ताँई थारै सागै हूँ। थे मनै ढुंढस्यो, अर इब म थानै बी बात बोलुँ हूँ जखी यहूदि बडकाऊँ कही ही, क जठै म जार्यो हूँ, बठै थे कोनी आ सको।
ईसु बोल्यो, “क्युं क टेम ताँई थारै बिचमै च्यानणो होसी। जद ताँई थारै कनै च्यानणो ह, थारा गेला प चालता रेह्ओ जिऊँ अँधकार थारै कनै नइ आ सकै। जखो अँधकार म चालै ह बो कोनी जाणै क बो कठै जार्यो ह।
अ सारी बाता बोलबा क पाछै ईसु ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो अर परमेसर क दाया नाकै जार बेठगो।
“इब म थारै कनै आर्यो हूँ पण अ बाता म इ जगत म रेह्ता-सेह्ता बोलुँ हूँ, जिऊँ क बाको हियो मेरी खुसीऊँ भरज्या।
अर इब, ओ परम-पिताजी, सरस्टि की सरूआतऊँ पेली आपा जखी मेमा म हा, बि मेमा म मनै लेज्याओ।
बो धारमिक्ता क बारां बतासी क्युं क म परम-पिता कनै जार्यो हूँ अर थे मनै ओज्यु कोनी देखस्यो।