जद म बाकै सागै हो म थारा बि नाम की सक्तिऊँ जखो थे मनै दिआ हा बानै बचायो। बामैऊँ कोईबी नास कोनी होयो सिवाय बि मिनख क जखो बि गेला प चाल्यो जखो नास कानि लेज्यावै ह, जिऊँ क सास्तर को आंक पूरो होवै।
ईसु बानै एकोर बात मिसाल देर खई, “ईस्बर नगरी को राज खमिर की जंय्यां ह। एक लूगाई चिनोसोक खमिर लेर बिनै घणासारा आटा म मिलार म्हेलदि अर बि सगळा आटा को खमिर उठगो।”
पण ज पाळेड़ा जेतून का दरख्त की क्युंक डाळ्यां तोड़र फेक दि जावै, अर एक जंगली जेतून की डाळीनै बिपै कलम चढा दिओ जावै, जणा थे गैर-यहूदि जखा पाळेड़ा दरख्त प कलम चढाईड़ी डाळ्यां की जंय्यां हो जेतून की जड़्या का पोसण का साती हो।