3 अ भाणा ईसुनै समचार पुगायो क, “परबु, थारो पक्को भाईलो बिमार ह।”
ईसु, मारथा बिकी भाण मरीयम अर लाजरऊँ प्यार-परेम राखतो हो।
म जिऊँ बी परेम करूं हूँ बानै दकालूं हूँ अर सूदारूँ हूँ। जणा मजबूत होज्या अर तौबा कर।
इरास्तुस कुरन्थी म रेहग्यो, अर तरोफेमुसनै, म बिमारी की बजेऊँ मिलेतूस नगरी मई छोड्यायो।
बाका चेला मऊँ एक जणो, जखो लाडलो खुवातो हो। बो ईसु क सारै बेठ्यो हो।
आ देखर बे मिनख बोल्या, “देखो ओ बिऊँ कतो प्यार करै ह!”
अंय्यां खेर बो बाऊँ बोल्यो, “आपणो भाईलो लाजर निंद लेर्यो ह, पण म जार बिनै जगास्युं।”
बेतनिया नगरी म लाजर नाम को एक रोगलो मिनख आपकी भाणा मारथा अर मरीयम क सागै रिह्या करतो हो।
जणा बि खाली होईड़ीनै देखर ईसुनै बिपै तरस आयो अर बे बिऊँ बोल्या, “रोवै मना।”
मरीयम बिमार लाजर की भाण ही, जखी परबु ईसु को ईतर उंदकार अभिसेक करी अर बिका पगानै आपका बाळाऊँ पुछी ही।
मारथा ईसुऊँ बोली, “परबु ज थे अठै होता जणा मेरो भाई कोनी मरतो!
थे मनै गरूजी अर परबु बोलो हो, आ बात सई ह, क्युं क म हूँ।