25 ईसु बिऊँ बोल्यो, “म जीवन हूँ अर मर्या पाछै ओज्यु जी उठबो मेरै मई ह। जखा बी मेर प बिस्वास करसी, बे मर्या पाछै बी ओज्यु जी ज्यासी।
क्युं क आपा ओ बिस्वास करां हां क ईसु मर्यो अर जिंदो होयो। इ ताँई थानै चाए क थे ओ बी बिस्वास करो क, जद ईसु ओज्यु आसी जणा परमेसर बानै बी ईसु क सागै भेजसी जखा ईसु म बिस्वास करता-करता मरग्या।
जखो मिनख परमेसर का बेटा प बिस्वास करै, बिनै अजर-अमर जीवन मिलसी। पण जखो बिकी कोनी मानै, बि ताँई जीवन कोनी अर बो परमेसर की झाळ भोगसी।”
बिमै जीव हो। अर बो जीव सगळा मिनखा को च्यानणो हो।
जंय्यां परम-पिता मरेड़ानै जीवावै ह, बंय्यांई बेटो बी जिनै चावै बिनै जीवन देवै ह।
मेरै कनै कोई कोनी आ सकै। जद ताँई क मेरो परम-पिता जखो मनै भेज्यो ह बो बिनै मेरै कनै नइ ल्यावै, अर आखरी दिन म बिनै जिंदो कर देस्युँ।
क्युं क मसी ईसु म जीवन देबाळी पबितर आत्मा को नेम-कायदो मनै पाप अर मोत का बिधानऊँ छुटावै ह।
ईसु बाऊँ बोल्यो, “जीवन की रोटी म हूँ। जखो मेरै कनै आसी बो भूखो कोनी रेह्सी, अर बो जखो मेर प बिस्वास करसी कदैई तिसायो कोनी मरसी।
‘बो बाकी आँख्याऊँ सगळा आसु पुछ देसी। इब बठै मोत कोनी होसी’ अर नइ दुख, रोबो अर पिड़ा होसी। क्युं क सगळी पुराणी बाता जाती री।”
म आ आस राखूँ हूँ क म बी मर'र मोतऊँ ओज्यु जिंदो हो जास्युं। अर इ आस ताँई म मसीनै जाणबो चाऊँ हूँ अर बिकी बि सक्तिनै म्हेसुस करबो चाऊँ जिऊँ बो मर्या पाछै ओज्यु जिंदो होगो हो। अर म बिकीसी पिड़ा उठार बिकासा मरबा म बिको संगी होबो चाऊँ हूँ।
बाकी का मिनख जद ताँई एक हझार बरस कोनी बितगा बे जिंदा कोनी होया। ओ पेलो मर्या पाछै ओज्यु जिंदो होबो ह
अर बि जिंदगी देबाळानै मार गेर्यो पण परमेसर बिनै मोतऊँ जिंदो कर दिओ, अर इ बात का म्हें गुवा हा।
ईसु बिऊँ बोल्यो, “सच, जीवन अर गेलो मई हूँ। मेरै बिना कोई परम-पिता कनै कोनी जा सकै।”
क्युं क जंय्यां परम-पिता जीवनदाता ह, ठिक बंय्यांई बो आपका बेटानै बी जीवन देबा को अधिकार दे राख्यो ह।
पबितर आत्मा अर बनड़ी खेवै ह, “आ!” अर जखो इनै सुणै ह बो बी बोलै ह, “आ!” अर जखो तिसायो ह बो अर जखोबी चावै बो इ जीवन का पाणी का फळनै सितमित म लेले।
क्युंक टेम पाछै आ सरस्टि मनै कोनी देखसी, पण थे मनै देखस्यो। क्युं क म जीऊँ हूँ, अर थे बी जिस्यो।
म आ दो मता म अळजर्यो हूँ। इ कायानै छोडर मसी क सागै रेह्बो तो म बोळो चाऊँ हूँ क्युं क ओ मेर ताँई घणोई चोखो ह;
इकै पाछै ईस्बर नगरी दुत मनै जीवन देबाळी पाणी की नदि दिखाई , बा नदि सिसा की जंय्यां साप ही , बा नदि परमेसर अर उन्या का सिंघासनऊँ भेह्ती होई,
क्युं क म्हें जाणा हां क जंय्यां बो परमेसर ईसुनै मरेड़ा मऊँ जीवायो ह म्हानै बी ईसु क सागै जीवासी। अर म्हानै बी थारै सागै आपकै सामै खड़्यो करसी।
जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडर्यो ह, “म तनै बोळा कूणबा को बाप बणायो।” बि परमेसर क सामै जिपै बो बिस्वास कर्यो जखो मरेड़ानै ओज्यु जीवावै ह अर जखी बात आथई कोनी बानै परगट करै ह बो अब्राहम आपणो बाप ह।
जणा ईसु बिऊँ बोल्यो, “म तनै बचन देऊँ हूँ क आज तू मेरै सागै परलोक म होसी।”
ज आ बात सच ह क मरेड़ा मऊँ जि उठबो कोनी ह जणा बाको काँई होसी जखानै मरेड़ा ताँई बतिस्मो दिओ जावै ह? ज मरेड़ा मऊँ जि उठबो कोनी जणा बा कूणसी आस ह जि ताँई अंय्यां कर्यो जावै ह।
अर जत्ता बी मसी प बिस्वास करता होया मर्या बे तो नास होगा।
“क्युं क परमेसर जगत का मिनखाऊँ अंय्यां को परेम कर्यो, जिकै चलतै बो आपको इकलोतो बेटो दे दिओ। जिऊँ जखो बी बिपै बिस्वास करै बो नास नइ होवै पण अजर-अमर जीवन पावै।
म बोई हूँ जिकनै जीवन ह। म पेली मरगो हो पण इब सदा-सदा ताँई जिंदो हूँ, मोत अर पताळ की ताळ्या मेरै कनै ह।