5 बे कदैई कोई दुसरा क गेल कोनी जावै पण बिऊँ बिदकै ह। क्युं क बे बिकी बोली कोनी पिछाणै।”
म तेरा कामानै, तेरी मेनतनै अर तेरा थ्यावसनै जाणू हूँ। म ओबी जाणू हूँ क, तू बुरा मिनखानै बरदास कोनी करै अर तू बा मिनखानै जखा खुदनै भेजेड़ा चेला बोलै ह पण बे ह कोनी, तू बानै परख्यो अर बे झूठा निकळ्या।
बो बाऊँ बोल्यो गोर कर सुणज्यो, “जंय्यां थे लोगा क सागै करो हो बंय्यांई परमेसर थारै सागै करसी अर बिऊँ बी बेसी करसी।
के थानै अंय्यां लागै क म आ चिठी इ ताँई मांडूँ हूँ क, थे सचनै कोनी जाणो ? पण थे तो सचनै जाणो हो अर आबी जाणो हो क जठै सच होवै बठै झूठ कोनी खटावै।
मसी का बेरी आपणाऊँ निकळ्या हीं पण बे आपणा कोनी। क्युं क ज बे आपणा होता जणा आपणो संगरो कोनी छोडता, पण बे अंय्यां कर दिखा दिओ क बे आपणा मऊँ कोनी।
अंय्यां को टेम आर्यो ह जद मिनख चोखी सीखनै कोनी सुणसी, पण इकी झघा बे खुद ताँई अंय्यां का सीखाबाळा ढुंढलेसी। अंय्यां का सीखाबाळा बानै बे बाताई बतासी जखी सुणबो बानै चोखो लागै ह।
इ ताँई चेता म रेह्ओ जिकनै ह बिनै ओर दिओ ज्यासी अर जिकनै कोनी बिऊँ जोक्यु ह बो बी ले लिओ जासी।”
जद बो बानै बारनै लेर आवै, जणा बो बाकै आगै-आगै चालै ह, अर लल्डी बिकै गेल-गेल, क्युं क बे बिकी बोली पिछाणै ह।
मेरी ओर बी लल्ड्या हीं, जखी इ रेवड़ की कोनी। मनै बानै बी ल्याणो जरूरी ह, बे मेरी सुणसी अर जणा बाको एक रेवड़ अर एकई गुवाळ्यो होसी।