6 यहून्ना नाम का एक मिनखनै परमेसर भेज्यो।
थे खुद मेरा गुवा हो, म थानै बोल्यो हो क, ‘म मसी कोनी पण बिकै अगाऊ भेजेड़ो हूँ।’
म तो बिनै कोनी पिछाण्तो हो। पण परमेसर जखो मनै पाणी को बतिस्मो देबा भेज्यो, बोई मेरूँ बोल्यो, ‘जिपै तू पबितर आत्मानै उतरता अर रूकता देखै, जणा जाण जाजै क पबितर आत्मा को बतिस्मो देबाळो ओई ह।’
बिकै आबाऊँ पेली यहून्ना सगळा इजरायली मिनखा म पापऊँ तौबा कर पाणी को बतिस्मो लेबा को परचार करतो हो।
ओ मेरा छोरा यहून्ना तू परम-परधान परमेसर की खेबाळो खुवासी। क्युं क तू परबु को गेलो त्यार करबा ताँई बिकै आगै-आगै चालसी,
ओ बो ह जिकै बारां म पबितर सास्तर म मंडर्यो ह: “देख म मेरा हलकारानै अधिकार क सागै तेरै अगाऊ भेजूँ हूँ। जखो लोगा का हियानै तेरै ताँई त्यार करसी।”
पण ईस्बर नगरी दुत बिऊँ खयो, “जकरयाह डरै मना थारी अरदास सुणली अर थारी लूगाई इलिसीबा एक छोरानै जलम देसी जिको नाम तू यहून्ना राखजे।
यहून्नानै पाणी को बतिस्मो देबा को अधिकार कठैऊँ मिल्यो? परमेसरऊँ नहिस मिनखाऊँ?” अर बे आपसरी म बतळाता होया खेबा लाग्या, “ज आपा खेवां क परमेसरऊँ जणा बो आपानै खेसी बिको बिस्वास क्युं कोनी कर्या?