3 बिकै जरिए परमेसर सगळी चिजा बणाई। सगळी सरस्टि म एक बी अंय्यां की चिज कोनी जखी इकै बिना रची गई हो।
पण आपणो तो एकई परमेसर ह अर बो आपणो परम-पिता ह बोई सक्यानै रच्यो। अर एकई परबु ह, अर बो परबु ईसु मसी ह जिमै सगळी चिजा ह अर जिमै सक्यानै रच्यो गयो अर जिमै आपा जीवां हां।
“ओ म्हारा परबु अर म्हारा परमेसर, थेई मेमा, ईज्जत अर ताकत जोगा हो। क्युं क थेई सगळी चिजानै रच्या हो, थारीई इंछ्याऊँ अ सगळी चिजा रची गई ह, अर जीवै ह।”
बचन जगत म हो, पण कोई बिनै कोनी जाण्यो, जदकी परमेसर बिकै जरिए इ सरस्टि की रचना करी।
अर परमेसर का इ भेदनै सगळानै खोलर बताऊँ क ओ भेद कंय्यांसिक काम करै ह जखो आपा सगळानै बणाबाळा परमेसर क मांयनै जुगादऊँई लुखेड़ो हो।
क्युबी रच्या जाबाऊँ पेली बो परमेसर क सागै हो।
बिस्वासऊँई आपा आ जाणा हां क परमेसर का बोल बोलबाऊँ इ सरस्टि की रचना होई। इ ताँई जखो दिखै ह, बो दिखबाळी चिजाऊँ कोनी बण्यो।
जखाबी मिनख ओ बिस्वास करीं हीं क, ईसुई मसी ह बे परमेसर का टाबर हीं, अर जखाबी परमेसरऊँ परेम करसी बे बिका टाबराऊँ बी परेम करसी।
“लोदिकीया की बिस्वासी मंडळी का मुखियानै मांड। अ बाता बिकै कानिऊँ ह जखो परमेसर का हरेक वादा की जामनी ह, जखो बिस्वास जोगो, सचो गुवा अर परमेसर की सगळी सरस्टि प राज करबाळो ह।