ज थारै म परमेसर को पबितर आत्मा बास करै ह जणा थे काया का सुभाव गेल कोनी जीओ पण पबितर आत्मा गेल जीओ हो। क्युं क जिमै मसी को पबितर आत्मा बास कोनी करै बो मसी को कोनी।
म तो थानै पाणी को बतिस्मो द्युँ हूँ, जिऊँ ओ बेरोपाट सकै क थे थारा पापऊँ तौबा कर लिआ हो। पण जखो मेरै पाछै आबाळो ह बो मेरूँ बोळो म्हान ह; म तो बिकाळा जूता का सळू खोलबा जोगोई कोनी। बो थानै आग अर पबितर आत्मा को बतिस्मो देसी।