10 बचन जगत म हो, पण कोई बिनै कोनी जाण्यो, जदकी परमेसर बिकै जरिए इ सरस्टि की रचना करी।
“ओ परम-पिताजी, थे जखा धरमी हो, ओ जगत थानै कोनी जाणै पण म थानै जाणू हूँ, अर मेरा मिनख जाणी हीं क मनै भेजबाळा थे हो।
सोचो परम-पिता आपणाऊँ कतो बेत्ती परेम कर्यो ह, जिऊँ क आपा बिका टाबर खुवा सकां अर सच म आपा हां बी। आ दुनिया परमेसरनै कोनी जाणी आई बजे ह क बा आपानै बी कोनी जाणै।
इ दुनिया प राज करबाळा इ ज्ञाननै कोनी जाण्या। क्युं क ज बे इ ज्ञाननै जाणता जणा मेमाभर्या परबुनै सुळी प कोनी चढाता।
इ दुनिया का मिनख बुदीऊँ परमेसरनै कोनी जाण्या। क्युं क आ परमेसर सोच समजर ध्यार राखी ही। इ ताँई परमेसरनै ओ चोखो लाग्यो क इ परचार क जरिए जखो आपा करां हां जिनै इ दुनिया का मिनख बकवास जाणी हीं बिस्वास करबाळानै बचावै।
मेरै हाता म मेरो परम-पिता सक्यु सूप्यो ह अर परम-पिता क अलावा कोईबी बेटानै कोनी जाणै अर कोईबी बेटा क अलावा परम-पितानै कोनी जाणै। अर बे मिनख बापनै जाणै ह जिनै बेटो बतावै ह।”
बिस्वासऊँई आपा आ जाणा हां क परमेसर का बोल बोलबाऊँ इ सरस्टि की रचना होई। इ ताँई जखो दिखै ह, बो दिखबाळी चिजाऊँ कोनी बण्यो।
परमेसरनै कदैई कोई कोनी देख्यो। पण परमेसर को इकलोतो बेटो जखो परमेसर की छाती तळै ह, अर बो परमेसरई ह। बोई परमेसरनै परगट कर्यो।
च्यानणो अँधेरा म चमकै ह, अर अँधेरो बिनै कोनी बुझा सक्यो।
इकै पाछै बी बो खुदनै साबित करतो होयो, भलाई करी अर आसमानऊँ टेम-टेम प मी बरसार धरती प चोखी फसल उगार आपणानै देवै ह जिऊँ आपणो मन राजी होवै ह।”
पण ईसु बानै जुबाब दिओ, “मेरो परम-पिता कदैई काम करनो बंद कोनी करै, इ ताँई म बी काम करर्यो हूँ।”
बिकै जरिए परमेसर सगळी चिजा बणाई। सगळी सरस्टि म एक बी अंय्यां की चिज कोनी जखी इकै बिना रची गई हो।
बो आपका मिनखा म आयो। पण बे बिनै कोनी अपणाया।
पण आपणो तो एकई परमेसर ह अर बो आपणो परम-पिता ह बोई सक्यानै रच्यो। अर एकई परबु ह, अर बो परबु ईसु मसी ह जिमै सगळी चिजा ह अर जिमै सक्यानै रच्यो गयो अर जिमै आपा जीवां हां।
बिऊँई परमेसर सगळी चिजा बणायो चाए बे ईस्बर नगरी अर धरती की, दिखबाळी हो अर नइ दिखबाळी उपरी सक्तियानै मिलार, चाए राजा हो चाए म्हराजा, चाए राजकरबाळो हो चाए कोई अधिकारी सक्यु बिऊँई रचायो गयो ह अर बि ताँई रचायो गयो ह।