2 थारो धन सिड़गो ह अर थारा गाबानै किड़ा खागा।
अर थारी सगळी चिजानै बेचर जखो धन मिलै बिनै गरीबा म बाट द्यो। अर खुद ताँई अंय्यां का बटूआ सिमो जखा कदैई पुराणा कोनी होवै। मतबल ओ ह की कदैई नइ निमड़बाळो धन ईस्बर नगरी म भेळो करो। जठै बिकै चोर कोनी लागै अर नइ किड़ा मकोड़ा।
इब थे ईस्बर नगरी म धरेड़ी बि बापोत का वारिस होगा हो, जखी नइ तो कदैई नास होबा की अर नइ सिड़बा की अर नइ गुमबा की ह।
थे अंय्यां मना करज्यो क, ज थारी सभा म कोई मिनख सोना की अँगूठी अर मेंगा गाबा पेर'र आवै अर बिकै गेलई कोई गरीब मिनख फाट्या पुराणा गाबा म बठै आवै,