7 इ ताँई खुदनै परमेसरनै सूप द्यो। अर सेतान को विरोध करो, जणा बो थारै सामैऊँ भागज्यासी।
अर सेताननै मोको मना द्यो, की बो थानै पाप म गेरै।
इ ताँई परमेसर का सक्तिसाली हाता क तळै छोटा बणर रेह्वो जिऊँ बो थानै ठिक टेम प उचो उठावै।
जदकी आपणा बाप जखा काया म हीं बे आपणै दकाल लगाया करता हा अर आपा बाकी ईज्जत बी कर्या करता हा। जणा पाछै खुदनै बि परम-पिता क हात म सूप देणो चाए जखो आपणी आत्मा को परम-पिता ह जिऊँ आपा जीवता रेह्वां।
क्युं क बे परमेसर की धारमिक्ताऊँ अणजाण होर खुदकी धारमिक्तानै बणाबा म लाग्या रिह्या अर खुदनै परमेसर की धारमिक्ता म कोनी सूप्या।
थे मेरी हाळीनै लेल्यो अर बिनै लादल्यो अर थे मेरूँ सीखो क्युं क म सिदो-सादो अर मेरो हियो दयाऊँ भरेड़ो ह। जिऊँ थानै बी अराम मिलसी
मसी को डर राख'र एक-दुसरा क बस म रह्यो।
इ ताँई परबु चावै ह, मिनखा क अधिकार क तळै रेह्वो। चाए पाछै बो राजा हो जखो सगळा क उपर ह नहिस कोई अधिकारी।
जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह: “परबु खेवै ह, म जीवतो परमेसर हूँ, सगळा मेरै आगै गोडा टेकसी, अर हरेक जबान खेसी क म परमेसर हूँ।”
जणा म्हराज अगरीपा, म बि दरसावनै कोनी टाळ्यो जखो मेर कनै ईस्बर नगरीऊँ आयो हो।
पण इब खड़्यो होर नगरी क मांय चल्योजा अर बठै तनै काँई करबो ह बो तनै बता दिओ जासी।”
इ ताँई परमेसर का सगळा हतियार बांदल्यो जिऊँ जद बुरा दिन आसी जणा दुस्मन का वारा को सामो कर सको, अर आखीर ताँई लड़्या पाछै बी मैदान म डट्या रेह सको।