क्युं क अ मिनख बड़बड़ाबाळा, दुसरा मिनखा म दोस ढुंढबाळा, आपकी इंछ्यानै पूरी करबा बेई जिबाळा, बडा-बडा बोल बोलबाळा अर आपका फायदा ताँई दुसरा की चमचागरी करबाळा हीं।
म तनै परमेसर, मसी ईसु अर टाळेड़ा ईस्बर नगरी दुता की मोजूदगी म बोलुँ हूँ क, बिना कोईकी भीड़ लिये तू आ आदेसानै मानजै अर ख्यामई कोईकै सागैई भेद-भाव मना करजे।
म ईसु मसीऊँ भेजेड़ो चेलो, परमेसर को दास पोलुस आ चिठी तितूस तनै मांडूँ हूँ। म परमेसर का टाळेड़ा मिनखानै बिस्वास म बढाबा भेज्यो गयो हूँ। जिऊँ बे सचनै जाणर पबितर जीवन जीवै।