ईसु जुबाब म बोल्यो, “ज तू परमेसर का बरदाननै जाणती अर आबी क, ‘जखो तेरूँ पीबा ताँई पाणी माँगर्यो ह बो कूण ह, जणा तू बिऊँ माँगती अर बो तनै जीवन देबाळो पाणी देतो।’”
क्युं क जखा मोत का गेला प नास होबा ताँई जार्या हीं बा ताँई मोत की बास हां। अर जखा छुटकारा का गेला प जार्या हीं बा ताँई जीवन की सुगंद हां। पण आ बाता क जोगो कूण ह?