मेरा लाडला बिस्वास्यो, ध्यानऊँ सुणो, के ईस्बर बानै कोनी टाळ्यो जखा इ जगत का मिनखा की नजर्या म गरीब ह? जिऊँ बे बिस्वास म अमीर होज्यावै अर बि राज का अधिकारी बणै जिनै परमेसर बिऊँ परेम करबाळानै देबा को बादो कर्यो ह।
के थे पक्काई कोनी जाणो क बुराई करबाळा मिनख परमेसर का राज का वारिस कोनी होसी? बावळा मना बणो! गंदा काम करबाळा, मूरतीपुजा करबाळा, कुकरमी, लुच्चा काम करबाळा अर लुच्चा-लफंगा,
ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, सऊँ बडी बात तो आ ह क, थे नइ तो ईस्बर नगरी अर धरती की अर नइ कोई ओर ख्याकी सोगन खाज्यो। थारी बात “हाँ” अर “नइ” मई होणी चाए जिऊँ परमेसर को दंड थार प नइ आवै।