5 अर परमेसर का बचना की भलाई अर आबाळा जुग की उपरी सक्तियानै जाणग्यो ह।
कांकरा प पड़बाळा बीज बे हीं जखा बचन सुणर बिनै राजी होर मानली। पण बाकै मना म बो गेराई कोनी पकड़ै बे थोड़ी देर ताँई बिस्वास करीं पण जद बानै बिचास्यो जावै जणा बे ओटा सरक ज्यावै।
पबितर सास्तर म मंडर्यो ह, क्युं क इब थानै सूल बेरो पड़ग्यो ह क, परबु थारै बेई कतो दयालु ह।
ज अ मिनख परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी की बजेऊँ दुनिया की बुराईऊँ बचाया गया हा इकै वावजुद बी ज बे बुराई करीं हीं जणा आकी दसा पेलड़ी दसाऊँ बेसी बुरी होसी।
जि आबाळा जुग की चरचा आपा करर्या हां बिपै राज करबा ताँई परमेसर ईस्बर नगरी दुतानै कोनी गिण्यो।
क्युं क हेरोद राजा यहून्नाऊँ डरतो हो। अर जाणतो हो क यहून्ना एक परमेसर को खरो अर धरमी मिनख ह। इ बजेऊँ बो बिकी रूखाळी करतो हो। अर हेरोद यहून्ना की बातानै सुणर बोळो घबरातो हो। इकै पाछै बी बिनै यहून्ना की बाता चोखी लागती ही।
अर ज कोई मिनख का बेटानै भलो-बुरो खेवै ह जणा बिनै परमेसर माफ कर सकै ह। पण जखो मिनख पबितर आत्मा क खिलाप क्युं खेवै ह जणा बिनै नइ तो इ जुग म अर नइ आबाळा जुग म माफी ह।
छुटकारा को टोप अर पबितर आत्माऊँ देयड़ी तलवार जखी परमेसर को बचन ह लेल्यो।
क्युं क परमेसर को बचन जिंदो अर काम करबाळो ह। बो दोधारी तलवारऊँ बी बेत्ती पेनो ह। परमेसर को बचन आत्मा, पिराण, जोड़ अर गुली म जार बानै न्यारो-न्यारो कर सकै ह। अर ओ हिया का बिचारानै अर मनस्यानै बिचासै ह।
बिस्वासऊँई आपा आ जाणा हां क परमेसर का बोल बोलबाऊँ इ सरस्टि की रचना होई। इ ताँई जखो दिखै ह, बो दिखबाळी चिजाऊँ कोनी बण्यो।
पण परबु को बचन सदाई बण्यो रेह्सी।” अर ओई बचन चोखो समचार ह जखो थानै सुणायो गयो ह।