3 बिस्वासऊँई आपा आ जाणा हां क परमेसर का बोल बोलबाऊँ इ सरस्टि की रचना होई। इ ताँई जखो दिखै ह, बो दिखबाळी चिजाऊँ कोनी बण्यो।
पण अ मिनख जाणबूजर भूल बेठ्या हीं क आसमान परमेसर का बचन क जरिए जुगादऊँ ह अर आ धरती पाणी मऊँ बणेड़ी ह अर पाणी मई मजबूत ह।
बिकै जरिए परमेसर सगळी चिजा बणाई। सगळी सरस्टि म एक बी अंय्यां की चिज कोनी जखी इकै बिना रची गई हो।
जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडर्यो ह, “म तनै बोळा कूणबा को बाप बणायो।” बि परमेसर क सामै जिपै बो बिस्वास कर्यो जखो मरेड़ानै ओज्यु जीवावै ह अर जखी बात आथई कोनी बानै परगट करै ह बो अब्राहम आपणो बाप ह।
बो परमेसर जखो इ सरस्टि अर इपै जोक्यु बी दिखै ह बिनै बणायो अर बोई ईस्बर नगरी अर धरती को मालिक ह। बो हाताऊँ बणाएड़ा देवरा म कोनी रेह्वै।
“ओ म्हारा परबु अर म्हारा परमेसर, थेई मेमा, ईज्जत अर ताकत जोगा हो। क्युं क थेई सगळी चिजानै रच्या हो, थारीई इंछ्याऊँ अ सगळी चिजा रची गई ह, अर जीवै ह।”
पण आ आखरी दिना म परमेसर आपका बेटा क जरिए आपणाऊँ बातचित करी। बिनै बो सगळी चिजा को वारिस बणायो अर बिकै जरिए बो सगळी सरस्टिनै रच्यो।
“थे काँई करो हो म्हें बी तो थारी जंय्यां का मिनख हां, म्हें तो थानै चोखा समचार सुणाबा आया हां क थे आ बेकाम की चिजानै छोडर बि जीवता परमेसरनै जाणो, जखो ईस्बर नगरी अर धरती, समदर अर जोक्यु बिमै ह बानै बणायो ह।
पण आपा परमेसर का बि भेदभर्या सच अर लुखेड़ा ज्ञान को हेलो पाड़ां हां, जिनै परमेसर आपणी मेमा करबा ताँई जुगादऊँई ते कर राख्यो ह।
क्युं क परमेसर का बचन अर थारी अरदास बा सगळी चिजानै खाबा ताँई सुद बणावै ह।
अर परमेसर का बचना की भलाई अर आबाळा जुग की उपरी सक्तियानै जाणग्यो ह।