8 पण बो आपका बेटा क बारां म खेवै ह क, “ओ परमेसर तेरो सिंघासन जुग-जुग ताँई रेह्सी, अर तेरा राज म सदाई न्याय होसी।
म अर मेरो परम-पिता एकई हां।”
बडका बाऊँई नातो राखी हीं, अर मिनख क जाया क रूप म मसी बामैऊँई जलम्यो जखो सगळा को परमेसर ह अर सदाई धने ह! आमीन।
इ बातनै बी आपा जाणा हां क परमेसर को बेटो ईसु मसी आयो अर आपानै समज दिओ जिऊँ आपा सचा परमेसरनै जाण सकां, अर आपा बिकै सागै रेह्वां जखो सचो ह, मतबल ईसु मसी क सागै। ओई सचो परमेसर अर अजर-अमर जीवन देबाळो ह।
“देखो, एक कुंआरी छोरी आसऊँ होसी अर एक बेटो जलमसी अर बिको नाम इम्मानुअल राख्यो ज्यासी बिको मतबल ह परमेसर म्हारै सागै ह।”
पण जद ताँई परमेसर मसी का सगळा बेरीयानै बिकै पगा तळै नइ कर दे मसी को राज करबो ते ह।
जणा जुबाब म थोमा बोल्यो, “ओ मेरा परबु, ओ मेरा परमेसर।”
कोई कोनी नट सकै क, भगती को भेद कंय्यां को म्हान ह, बो जखो मिनख जूण म परगट होयो, पबितर आत्मा जिनै धरमी बतायो, अर ईस्बर नगरी दुत जिनै देख्या, देस-देस म बिको परचार कर्यो गयो, जगत म बिपै बिस्वास कर्यो गयो, अर ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो।
बे बोल्या, “म्हें तेरा चोखा कामा ताँई तेर प भाठा कोनी बगावां, पण तू मिनख होर खुदनै परमेसर बतार परमेसर की बुराई करै ह।”
अर ज थे इ रीत गेल चालस्यो जणा एक दिन पक्काई आपणा परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी का अजर-अमर राज म जास्यो।
अर सगळी उमर आपा रोजकी बिकै सामै पबितर अर धरमी रेह्वां।