9 जणा आपानै चाए क जीज्यानऊँ भला काम करबा म लाग्या रेह्वां। जिऊँ ठिक टेम आबा प आपानै बिको फळ मिलै।
इ ताँई मेरा लाडला बिस्वास्यो, बिस्वास म मजबूत बण्या रेह्ओ अर जमाई संका मना करो। अर परबु का काम म खुदनै लगाया राखो। क्युं क थे जाणो हो क परबु ताँई करेड़ो काम बेकार कोनी जावै।
ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, थे भला काम करबा ताँई कदैई हिमत मना हारज्यो।
इ ताँई बिपै ध्यान द्यो, क्युं क बो पाप्याऊँ अंय्यां का विरोध सेलिआ जिऊँ क थे नइ थको अर नइ हार मानो।
जणाई परमेसर थारूँ चावै ह क, थे थारा भला कामाऊँ बेबुदी की बाता करबाळा को मुंडो बंद कर द्यो।
ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, परबु क ओज्यु आबा की घड़ीनै थ्यावसऊँ उडिको जंय्यां एक किसान जमीन की फसलनै जखी बि ताँई बोळो माईनो राखै ह, जोपबाळा दिनऊँ लेर जद ताँई बा पकर त्यार नइ होज्यावै बि दिन ताँई सरू का अर आखीर का मीनै थ्यावसऊँ लगातार उडिकतो रेह्वै।
अर ज परमेसर की इंछ्या ह क थे भलाई करबा की बजेऊँ दुख भोगो, जणा बुराई करबाऊँ तो चोखो दुख भोगबो ह।
इ ताँई कदैई हिमत मना हारो, चाए आपणी बारली काया कमजोर होती जारी ह, पण आपणो मांयलो नित नयो होतो जार्यो ह।
तू थ्यावस राखै ह, अर मेरा नाम की बजेऊँ दुख भोगतो भोगतो बी थक्यो कोनी।
इ ताँई जखो परमेसर की इंछ्या गेल दुख उठावै ह, बे भला काम करता होया खुदनै बिस्वास जोगा परमेसरनै सूप दे जखो थानै बणायो ह।
जणा ईसु चेलानै आ बताबा ताँई की बे रोजकी अरदास करता रेह्वै। अर हिमत नइ छोडीं एक मिसाल दिनी:
मेरा नाम की बजेऊँ लोग थारूँ नफरत करसी पण जखो मिनख आपकी अंतघड़ी ताँई सक्यु सेह्सी बोई बचायो ज्यासी।
म्हारै प परमेसर की दया होई जिऊँ म्हानै आ सेवा मिली ह, जणा म्हें हिमत कोनी हारां।
पण जखा आखरी ताँई सबर करसी बे बचाया ज्यासी।
जिकै कान ह बे बानै खोल ले क, पबितर आत्मा बिस्वासी मंडळ्याऊँ काँई बोलै ह। जखो बी बुराईऊँ जीतसी म बिनै जीवन का दरख्त को फळ खाबा को हक देस्युँ जखो परमेसर का बाग म ह।
बे मिनख जखा थ्यावसऊँ भला कामा म लागर मेमा, मान-समान अर अजर-अमर जीवननै टोवीं हीं बानै परमेसर अजर-अमर को जीवन देसी।
जिकै कान ह बे बानै खोल ले क, पबितर आत्मा बिस्वासी मंडळ्याऊँ काँई बोलै ह। जखो जीतै ह, म बिनै ईस्बर नगरी म लुखेड़ो मन्नो देस्युँ। म बिनै एक धोळो भाठो बी देस्युँ जिकै उपर एक नयो नाम मंडेड़ो होसी। बो नाम बि मिनख क सिवाय कोई कोनी जाणसी जिनै बो दिओ ज्यासी।
पण मसी बेटो होबा क नातै परमेसर का घर को मुखियो ह, अर ज आपा हिमत अर बि आसनै जिपै आपा बिस्वास करां हां थाम्या राखां जणा आपा बिका परिवार हां।
क्युं क ज आपा पेलड़ा बिस्वास म आखीर ताँई मजबूत बण्या रेहस्यां जणाई आपा मसी का पाँतीवाळ बणस्यां।
जणाई म थारूँ हात जो'ड़र खेऊँ हूँ क, थे हिमत मना हारो क्युं क म थारै ताँई जेळ म दुख उठार्यो हूँ, अर अ सगळी बाता थारै भला ताँई ह।
थे बि हिमत बंधाबाळा बचननै भूल बेठ्या हो, जखो थानै बेटो जाणर दिओ गयो हो: “ओ बेटा, परबु की सीखनै हळकी बात मना जाण, अर बिकी दकालऊँ कदैई निरास मना होजे।
पण थे याद राखो जखो थोड़ो बोवै ह बो थोड़ो अर जखो बोळो बोवै ह बो बोळो काटसी।
बिकी बाता सुणर ईसु खड़्यो होर आपका चेलानै सागै लेर बिकै सागै चालबा लाग्यो।
अर जिनै दो मिली ही बो बाऊँ दो ओर कमाली।
ईसु टुंडा मिनखऊँ बोल्यो, “मिनखा क मांय खड़्यो हो।”