म परबु म बोळो राजी हूँ क अत्ता दिना पाछै थे ओज्यु मेरी चिंत्या करी; म आ कोनी खेऊँ क थे मेरी चिंत्या करबो छोड दिआ क्युं क म जाणू हूँ क थानै इनै दिखाबा को मोको कोनी मिल्यो।
पण बे मेरै बारां म मिनखाऊँ अंय्यां खेता सुणता हा क ओ बोई मिनख ह जखो पेल्या आपानै सताया करतो हो। पण इब ओ बी मसी को परचार करै ह जिनै ओ पेल्या नास कर्या करतो हो।
जणा इब थे बी जीवता भाठा की जंय्यां हो, जाऊँ परमेसर आपको आत्मिक घर बणार्यो ह। थे पबितर याजक बी हो, जखा आपका आत्मिक चढावानै ईसु मसी क जरिए परमेसरनै राजी करबा ताँई चढाओ हो।