3 इकै वावजुद बी म हरेक सुन्नत कराबाळानै खेबो चाऊँ हूँ क, बानै नेम-कायदानै नित-नित माननो पड़सी।
जखो बी नेम-कायदानै मानबा की बजेऊँ परमेसरनै राजी करबो चावै ह, बो सराप क बस म ह, क्युं क नेम-कायदा म मांडेड़ो ह क, “जखो बी नेम-कायदा म मांडेड़ी सगळी बातानै नित-नित कोनी मानै बो सरापित ह।”
क्युं क ज थे नेम-कायदानै मानो जणा तो सुन्नत को मतबल ह, पण ज थे नेम-कायदा का नियमानै तोड़ो जणा सुन्नत करायड़ा बी नइ करायड़ासा हो।
इ ताँई परबु का नामऊँ म थानै चेतार्यो हूँ क इब आगैऊँ परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनखा की जंय्यां मना जीवो क्युं क बाकी सोच बुरी ह,
अर थे बोलो हो क, ‘ज कोई बेदी की सोगन खावै बिनै बा सोगन कोनी लागै पण बिपै रखेड़ा चढावा की सोगन लागसी।’
परम-पिता आपका बेटानै इ जगत का मिनखा को छुटकारो करबा ताँई भेज्यो। अर म्हें बिनै देख्या अर बिका गुवा बी हां।
कोई मिनख दुसरा की लूगाईनै बुरी नजरऊँ नइ देखै। क्युं क परबु अंय्यां करबाळा मिनखनै बेसी सजा देवै ह जंय्यां आ बाता क बारां म म्हें पेल्याई थानै बता अर चेता दिओ हो।
अर म यहूदि अर यूनानी मिनखानै पापऊँ मन फेर'र परमेसर कानि मुड़बा अर परबु ईसु मसी प बिस्वास करबा ताँई खेतो रिह्यो।
पतरस ओर बी बोळी बाता बोलर बानै चेतायो। अर अरदास कर बोल्यो, “इ कुटिचर पिडी प पड़बाळा न्यायऊँ खुदनै बचाओ।”
क्युं क मेरै पाच भाईड़ा ओर हीं ओ जार बानै चेतासी कमऊँ कम बे, इ पिड़ा हाळी झघा म आबाऊँ बच ज्यासी।’
“यहूदि मिनखा का सरदारो थार प बी धिक्कार ह। थे बा आँदा मिनखा की जंय्यां हो जखा दुसरानै गेलो दिखाबा की कोसिस करीं हीं। जखा खेवो हो, ‘ज कोई मनदर की सोगन खावै बिनै बा सोगन कोनी लागै। पण ज कोई मनदर म रखेड़ा सोना की सोगन खावै ह बिनै बा सोगन लागसी।’
इकै पाछै यहूदिआ परदेसऊँ आर क्युंक मिनख बिस्वासी मंडळी का भाईड़ानै सीखाया क, “ज मूसा की रीत गेल थारी सुन्नत नइ करी जावै जणा थानै छुटकारो कोनी मिल सकै।”
सुणो म खुद पोलुस थानै खेऊँ हूँ क, ज थे परमेसर क सामै धरमी होबा ताँई सुन्नत करास्यो, जणा इको मतबल ह क मसी को थारै बेली कोई मोल कोनी।
क्युं क मसी ईसु म नइ तो सुन्नत कराबाळो, अर नइ सुन्नत नइ कराबाळो क्यु मांयनै राखै ह। पण बिस्वास जखो परेम की बजेऊँ काम करै ह बोई मांयनै राखै ह।