9 पण इब थे परमेसरनै पिछाण लिआ हो अर परमेसर थानै पिछाणै ह। जणा इब थे जगत की बाता कानि जामै दमहाळी बात कोनी अर जखी बेफालतू की ह, ओज्यु बाका गुलाम क्यु होबा जार्या हो?
अर ज कोई परमेसरऊँ परेम करै बिकी परमेसर म पिछाण ह।
थे अत्ता बावळा कंय्यां हो सको हो? के थे सोचो हो जखो काम पबितर आत्मा थारै मांयनै चालू कर्यो बिनै थे थारूँ पूरो कर सको हो?
नेम-कायदो आपानै कोनी बचा सक्यो क्युं क पापी मिनख सुभाव की बजेऊँ बो कमजोर होगो। जणा परमेसर बो कर्यो जखो नेम-कायदो कोनी कर सक्यो, बो आपका एकलोता बेटानै आपणा पाप की सजा भोगबा ताँई आपणी पाप्या की काया स्यारकी काया म भेज्यो। अंय्यां परमेसर पापी काया म पापनै दंड दिओ।
इ बातनै बी आपा जाणा हां क परमेसर को बेटो ईसु मसी आयो अर आपानै समज दिओ जिऊँ आपा सचा परमेसरनै जाण सकां, अर आपा बिकै सागै रेह्वां जखो सचो ह, मतबल ईसु मसी क सागै। ओई सचो परमेसर अर अजर-अमर जीवन देबाळो ह।
ज अ मिनख परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी की बजेऊँ दुनिया की बुराईऊँ बचाया गया हा इकै वावजुद बी ज बे बुराई करीं हीं जणा आकी दसा पेलड़ी दसाऊँ बेसी बुरी होसी।
पुराणो हुकम इ ताँई हटा दिओ गयो क्युं क बो कमजोर अर बेकार हो।
पण परमेसर की पक्की निम हालै कोनी, जिपै आ छाप लागरी ह, “परबु खुदका मिनखानै जाणै ह,” अर, “जखो कोई परबु को नाम लेवै ह बिनै चाए क बो बुरा करमाऊँ बच्यो रेह्वै।”
अर आपणा परबु ईसु मसी का परमेसर जखो मेमाभर्यो परम-पिता ह, बिऊँ माँगु हूँ क बो थानै बुदी देबाळी अर परगट करबाळी आत्मा दे, जिऊँ थे बिनै चोखा ढंगऊँ जाण सको।
क्युं क बो परमेसरई ह जखो बोल्यो क, “अँधेरा म च्यानणो हो” अर बोई म्हारा हिया म होयो, जिऊँ म्हानै ईसु मसी म परमेसर की मेमा की ज्ञान को च्यानणो मिल सकै।
हाल तो आपा परमेसर क बारां म सगळी बाता आदी-अधुरी समजा हां जंय्यां धुँधळा सिसा म चिजा दिखै। पण बो टेम आसी जद आपा परमेसरनै आमै-सामै देखस्यां। हाल म जोक्यु जाणू हूँ बो अधुरो ह पण बि टेम म सक्यु सूल जाणस्युं जंय्यां परमेसर मनै जाणै ह।
जिनै बो पेल्या टाळ्यो बानै बो बिका बेटा स्यारका बणाबा ताँई ते कर्यो। जिऊँ बोळा भायां म बो पेलीपोत को बणै।
अजर-अमर जीवन ओ ह क बे थानै, जखा इकलोता सचा परमेसर हो, अर ईसु मसीनै जाणै जिनै थे भेज्या हो।
मेरी लल्ड्या मेरी बोली पिछाणै ह, म बानै जाणू हूँ, अर बे मेरै गेल-गेल चालै ह।
“म चोखो गुवाळ्यो हूँ। क्युं क म मेरी लल्ड्यानै जाणू हूँ अर बे मनै।
मेरै हाता म मेरो परम-पिता सक्यु सूप्यो ह अर परम-पिता क अलावा कोईबी बेटानै कोनी जाणै अर कोईबी बेटा क अलावा परम-पितानै कोनी जाणै। अर बे मिनख बापनै जाणै ह जिनै बेटो बतावै ह।”
चेता म आओ, अर पाप को गेलो छोड द्यो। म थानै थारी सरमिंदगी दिखाऊँ हूँ क्युं क थारै म क्युंक मिनख परमेसरनै कोनी जाणै।
मनै बिस्वास कोनी होर्यो, जद थानै कोई दास बणाले, थारो बुरो चावै, ज कोई थानै धोको दे, अर खुदनै थारूँ बडो बणावै अर कोई थारै मुंडा प थपड़ मारै जणा थे बिनै राजी-राजी सेल्यो हो।
अर अंय्यां आपणै सागै बि हो। आपा जद टाबरा हा, जणा आपा जगत की आत्मिक सक्तिया का गुलाम हा।
जणाई तो लोग ताजा अँगूरीनै नई बखाल म भरीं हीं।