10 थे खास दिनानै, म्हेनानै, रूतानै अर बरसानै मानो हो!
क्युंक मिनख एक खास दिननै बेत्ती मानी हीं, अर कोई सगळा दिनानै एक स्यारकाई मानी हीं। इ ताँई हरेकनै खुदका मन मई हरतर्याऊँ ते करबो चाए।
म तो थारै बारां म आ सोचर डरूँ हूँ क, कदै अंय्यां नइ हो क जखी मेनत म थार ताँई करी ही बिपै पाणी फिरज्यावै।