जिऊँ थे इ जगत म रेह्बाळा कुटिचर अर पापी मिनखा म परमेसर का खरा अर बिना बलेम हाळा सायर टाबर बण सको। अर आसमान म तारा जंय्यां चिलकै ह बंय्यां थानै बी जगत का मिनखा म चिलकणो चाए,
आ चिठी परमेसर की इंछ्याऊँ म, मसी ईसु को भेजेड़ो चेलो पोलुस अर आपणो बिस्वासी भाई तिमूतियूस परमेसर की कुरन्थी नगरी की बिस्वासी मंडळी का मिनखानै अर अखाया का सगळा परमेसर का मिनखानै मांडां हां।
म्हें मसी ईसु का गुलाम पोलुस अर तिमूतियूस आ चिठी फलिपी नगरी म मसी क सागै मेळ राखबाळा परमेसर का सगळा मिनखा, सागै की सागै बिस्वासी मंडळी का रूखाळा अर काम म हात बटाबाळानै मांडर्या हां। था सगळा प आपणा परम-पिता परमेसर अर परबु ईसु मसी कानिऊँ दया अर स्यांती मिलती रेह।
अर म उमर म बी बडो हूँ अर अठै ताँई क म मसी ईसु का चोखा समचारनै सुणाबा की बजेऊँ जेळ म बंदि हूँ। पण आ सगळी बाता क वावजुद बी म तेरूँ परेमऊँ अरदास करूं हूँ,