13 इ ताँई परमेसर का सगळा हतियार बांदल्यो जिऊँ जद बुरा दिन आसी जणा दुस्मन का वारा को सामो कर सको, अर आखीर ताँई लड़्या पाछै बी मैदान म डट्या रेह सको।
क्युं क सेतान का नइ दिखबाळा गडानै ढाबा ताँई म्हारै कनै इ दुनिया का राछ कोनी पण बे राछ हीं जामै परमेसर की सक्ति ह।
इ ताँई सदाई चेता म रेह्ओ अर सदाई अरदास करता रेह्ओ जिऊँ थे सगळी होबाळी बाताऊँ बच सको अर मिनख का बेटा क सामै खड़्या हो सको।”
हरेक मोकानै सई काम म ल्यो, क्युं क दिन बुरा हीं।
कांकरा प पड़बाळा बीज बे हीं जखा बचन सुणर बिनै राजी होर मानली। पण बाकै मना म बो गेराई कोनी पकड़ै बे थोड़ी देर ताँई बिस्वास करीं पण जद बानै बिचास्यो जावै जणा बे ओटा सरक ज्यावै।
क्युं क तू मेरा हुकमानै थ्यावस क सागै सक्यु सेण करतो होयो मान्यो ह। इ ताँई जद इ जगत का मिनखानै परखबा ताँई जखो कळेस आबाळो ह बि घड़ी म, म तनै बचास्युं।
थारै मालोई एक ओर ह जिको नाम इफरास ह अर मसी ईसु को दास ह बिकी बी थानै “जे मसी की” पुगै। ओ सदाई थारै ताँई जी ज्यानऊँ अरदास करै ह जिऊँ थे परमेसर की सगळी इंछ्या म समजदारी अर पूरा भरोसा क सागै खड़्या रेह सको।
कोईबी थानै बेकार की बाताऊँ धोको नइ देदे; क्युं क आ कामा की बजेऊँ परमेसर को परकोप बिका हुकमानै नइ मानबाळा प पड़ै ह।
क्युं क बिकै झाळ काडबा को भेंकर दिन आगो ह, अंय्यां को कूण ह जखो बानै झेल सकै?”
रात ढळबाळी ह, अर दिन उगबाळो ह। अँधेरा का काम करबो छोडो अर उजाळा का हतियार उठाल्यो।
इ ताँई खुदनै परमेसरनै सूप द्यो। अर सेतान को विरोध करो, जणा बो थारै सामैऊँ भागज्यासी।
जदकी मसी काया म दुख भोग्यो जणा थे बी बिकी लीक प चालता होया जीवन जीओ, क्युं क जखो काया म दुख भोग्यो बिनै पापऊँ छुटकारो मिलगो।