अर गेलड़ा दिना म थे इ जगत का कूगेला प चालता हा, अर सगळी सूगली ओपरी बलाया का राजा को कह्यो कर्या करता हा, आ आत्मा बा मिनखा प हक जमावै ह जखा परमेसर का हुकमानै कोनी मानै।
क्युं क म पक्काई जाणू हूँ क नइ तो मोत अर नइ जीवन, नइ ईस्बर नगरी दुत अर नइ उपरी सक्तिया प राज करबाळा, नइ इ टेम की कोई चिज अर नइ आबाळा टेम की कोई चिज, नइ कोई सक्तिया
ईसु अंय्यां सुणर बिनै बोल्यो, “ओ समोन योना का बेटा तू भागहाळो ह क्युं क आ बात तू कोई मिनख की सुणर कोनी बोली पण तेर प ईस्बर नगरी म रेह्बाळो मेरो परम-पिता परगट करी ह।