32 ओ तो बोळो उंडो भेद ह, जिनै म अठै मसी अर बिस्वास्या की बिस्वासी मंडळी क बारां म बताऊँ हूँ।
म पबितर नगरी नया यरूसलेमनै ईस्बर नगरीऊँ परमेसर क कनैऊँ तळै उतरता देख्यो। बि नगरीनै बंय्यां सजायो गयो हो जंय्यां मानो कोई बनड़ीनै बिका बनड़ा ताँई सजायो जावै ह।
क्युं क जंय्यां परमेसर थारी चिंत्या करै ह बंय्यांई म बी थारी चिंत्या करूं हूँ अर थे पबितर कुंआरी छोरी की जंय्यां हो जिकी सगाई म मसी क सागै करबा को करार कर दिओ हूँ।
ओ म इ ताँई करूं हूँ क, बाका हिया म हिमत बंधै अर बे आपसरी का प्यार-परेम म बंद जावै, अर बाकन मोकळी पक्की समज होवै जखी परमेसर पिता का भेदनै सूल जाणबाऊँ आवै ह। ओ भेद मसी ह जिनै परमेसर खोल्यो ह।
कोई कोनी नट सकै क, भगती को भेद कंय्यां को म्हान ह, बो जखो मिनख जूण म परगट होयो, पबितर आत्मा जिनै धरमी बतायो, अर ईस्बर नगरी दुत जिनै देख्या, देस-देस म बिको परचार कर्यो गयो, जगत म बिपै बिस्वास कर्यो गयो, अर ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो।
बिंद बोई ह जिकै बिनणी ह। पण बिंद को भाईलो जखो खड़्यो होर बिकी सुणै ह, बो जद बिंद बोलै जणा बिकी उवाज सुणर राजी होज्यावै ह। ठिक बंय्यांई म बी राजी होयो।
अर सागै की सागै मेर ताँई बी अरदास कर्या करो क बोलबा की घड़ी परमेसर मनै अंय्यां को जोरदार समचार दे जिका भेदनै म बेधड़क होर बता सकूँ।
बिस्वासी मंडळी का सेवक बी सचा अर ईज्जत हाळा होणा चाए; बे पिसा का भूखा अर घणी अँगूरी पीबाळा नइ हो;
मोट्यारनै आपकी लूगाईनै पाळबो चाए इ ताँई परमेसर बोलै ह क, “मिनख आपका माँ-बापनै छोडर आपकी लूगाई क सागै रेह्सी अर बे दोन्यु एक जीव होसी।”
इ ताँई थारै म हरेक मोट्यार आपकी लूगाईनै खुदकी जंय्यां परेम करै अर लूगाया बी आपका मोट्यारा की ईज्जत करै।