16 हरेक मोकानै सई काम म ल्यो, क्युं क दिन बुरा हीं।
अबिस्वास्या क सागै थारो बरताव सलिका को राखो अर हरेक मोका को चोखो फाईदो उठाओ।
ईसु बोल्यो, “क्युं क टेम ताँई थारै बिचमै च्यानणो होसी। जद ताँई थारै कनै च्यानणो ह, थारा गेला प चालता रेह्ओ जिऊँ अँधकार थारै कनै नइ आ सकै। जखो अँधकार म चालै ह बो कोनी जाणै क बो कठै जार्यो ह।
इ ताँई परमेसर का सगळा हतियार बांदल्यो जिऊँ जद बुरा दिन आसी जणा दुस्मन का वारा को सामो कर सको, अर आखीर ताँई लड़्या पाछै बी मैदान म डट्या रेह सको।
जणा जठै ताँई मोको मिलै, आपा सगळा क सागै भलाई करां, अर खास कर बिस्वासी भाईड़ा क सागै।
आज का टेमनै देखता अंय्यां कर, थे जाणो हो क निंदऊँ जागबा की घड़ी आगी ह। क्युं क इब आपणो छुटकारो बि टेमऊँ सांकड़ैई ह जद आपा बिस्वास कर्यो हो।
परम-पिता परमेसर की इंछ्यानै पूरी करबा ताँई मसी आपणा पाप ताँई खुदनै मरबा ताँई दे दिओ जिऊँ आपा बुरी दुनियाऊँ छुटाया जावां।
अर म सोचूँ हूँ क इ दुख की घड़ीनै देखता तो थारो बिना ब्या क रेह्बो चोखो ह।
अर जिनै दो मिली ही बो बाऊँ दो ओर कमाली।